शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। सरगुजा जिला मुख्यालय अंबिकापुर के कला केंद्र मैदान में सर्व यादव समाज स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस दौरान भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेता इस कार्यक्रम में शामिल हुए. जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव, प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत सहित यादव समाज के हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. इस दौरान भाजपा और कांग्रेस दोनों राजनीतिक पार्टियों ने यादव समाज के मंच से विधानसभा चुनाव में यादव समाज को सरगुजा सहित छत्तीसगढ़ में 5 सीट देने की बात कही गई है.
दरअसल छत्तीसगढ़ आगामी समय में विधानसभा चुनाव है. जिसको देखते हुए यादव समाज भी अपनी अहम भूमिका निभाने की की बात कहते हुए सर यादव समाज स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें सर्व यादव समाज की 35 लाख की जनसंख्या होने की बात यादव समाज ने कही है, साथ ही यादव समाज के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल ने हमारी सभी मांगों को मान लिया है इससे हमें पूरा विश्वास है कि हमारे समाज को आगे बढ़ाने के लिए मौजूदा सरकार दृढ़ संकल्पित है.
इधर यादव समाज की सभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि यह आयोजन यादव समाज के लिए ऐतिहासिक रहेगा, क्योंकि हजारों की संख्या में यादव समाज एकजुट होकर इस कार्यक्रम में शामिल हुआ है. रही बात यादव समाज को भी विधानसभा चुनाव में भी इनकी भागीदारी बखूबी देखने को मिलेगी.
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस ऐतिहासिक सरगुजा संभाग के 3 लाख की आबादी का दावा करने वाले यादव समाज के इस भव्य कार्यक्रम में शामिल हुए. जहा सीएम ने वन अधिकार पट्टा सम्बंधित मामले को लेकर अधिकारियों निर्देशत किया गया है, साथ ही यादव समाज के भवन बनाने के लिए 50 लाख रुपए सहित यादव रेजीमेंट बनाने के लिए पत्र भी लिखने की बात कही है, साथ ही कहा कि इनकी भागीदारी चुनाव में पहले से भी रही है और आने वाले समय भी इस समाज को भी मौका दिया जाएगा. वही इस समाज के लिए आरक्षण भी मौजूदा सरकार के द्वारा 27 प्रतिशत दिया गया. लेकिन राज्यपाल के द्वारा हस्ताक्षर नहीं होने पर आरक्षण रुका हुआ है.
बहरहाल छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक पार्टियों का जमावड़ा समाज के मंच पर देखने को मिला, तो इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि यादव समाज की भी भूमिका आने वाले विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगी, बतो अब देखना होगा कि विधानसभा चुनाव में इस समाज को किस तरह से साधने की कोशिश दोनों राजनीतिक पार्टियां करेंगी।