प्रदीप देवांगन@भाटगांव/सारगढ़। आज हम आपको एक ऐसे मामले से रूबरू कराने जा रहे है। जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर इलाज नहीं करते बल्कि चर्च जाकर दुआ मांगने की बात करते हैं। सुनकर थोड़ी हैरानी जरूर होगी। मगर यह एक सच्ची घटना है। ,,,
कड़ाके की धूप में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला पैदल चलकर भटगांव स्वास्थ्य केंद्र जाती है, जहां उसे बोतल और इंजेक्शन लगाने की बात होती है। जिसके पश्चात उपस्थित डॉक्टर उसे इंजेक्शन और बोतल बाहर से खरीदकर लाने को कहता है। मगर बुजुर्ग महिला के पास पैसा नहीं होता। साथ ही उसके साथ कोई अन्य व्यक्ति भी नहीं होता। जिस कारण वो नही जा पाती। जिसके बाद उक्त डॉक्टर के द्वारा उसे नगर भटगांव के चर्च जाने को कहा जाता है। साथ ही उस महिला के पर्ची में लिख के भी दे दिया जाता है कि कहा जाना है और कब जाना है। आप स्क्रीन पर देख पा रहे होंगे। यह भटगांव चर्च और कोस्टक में रविवार लिखा हुआ है। जिसे डॉक्टर ने लिखकर इस महिला को दिया वो कहते है वहां जाने से बीमारी ठीक हो जायेगी
लेकिन बुजुर्ग महिला अनपढ़ थी और वह अपने घर जा ही रही थी कि मोहल्ले में धीरज सिंह ठाकुर से मुलाकात हो जाती हैं। महिला कहती है बेटा अभी सरकारी हॉस्पिटल के डाक्टर मेरे को यहीं जाने को बोला है ये आखिर कहां पर है । पर्ची देखते ही भाजयुमो युवा मोर्चा के अध्यक्ष ठाकुर अपने युवा साथी को लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। जहां डाक्टर से बातचीत पर उन्होंने ने कहा मैं गलती से लिख दिया था। मुझे लगा शायद वहा जाने से तबीयत सही हो जायेगी ।