नितिन@रायगढ़ । जिले में बुजुर्ग से ठगी का मामला सामने आया है। बुजुर्ग 2 हजार रुपए के नोट बैंक में जमा करना आता था। उसी दौरान अज्ञात व्यक्ति के द्वारा 500 के नोट देने का झांसा देकर ग्रामीण का 3 लाख रुपए लेकर फरार हो गया। जिसे रायगढ़ की कोतवाली और साइबर सेल की टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही कर घटना के महज 24 घंटों के भीतर ठगी के 3 लाख रूपये के साथ रायपुर से गिरफ्तार कर रायगढ़ लाने में सफलता हाथ लगी है ।
जानकारी के मुताबिक घटना को लेकर पीड़ित पालूराम राम पटेल उम्र (70) निवासी भगवानपुर थाना कोतरारोड़ ने घटना की लिखित शिकायत कोतवाली में दर्ज की थी। जिसके बाद थाना कोतवाली में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध चोरी का अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया ।
वहीं घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी सदानंद कुमार के द्वारा कोतवाली पुलिस के साथ आरोपी की पतासाजी के लिये साइबर सेल की टीम को लगाया गया । एडिशनल एस पी संजय महादेवा के मार्गदर्शन पर पुलिस टीम तत्काल सस्पेक्ट के पतासाजी में जुट कर बैंक और बैंक के बाहर दुकानों के सीसीटीवी फुटेज निकाले । पीड़ित पालु राम पटेल ने फुटेज में Levis लिखा ब्लु टी शर्ट पहले व्यक्ति को आरोपी बताया जिसके बाद सारे थाना,चौकी प्रभारियों को संदेही के फोटोग्राफ्स शेयर कर पतासाजी में लाया गया । कोतवाली व साइबर सेल की टीम द्वारा बैंक के बाहर कई दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिसमें घटना के बाद संदेही एक ऑटो में बैठकर जाता दिखा, उस ऑटो को ट्रैक करते हुए पुलिस टीम रेलवे स्टेशन के पास पथिक होटल पहुंची ।
जहां संदेही कुनाल सिन्हा निवासी भिलाई, दुर्ग के उसके दोस्त विक्रम सिंह (बजाज फायनेंस एरिया मैनेजर) के साथ रूकने और कुनाल सिन्हा के चेक आउट कर चले जाने की जानकारी मिली । दूसरी ओर सायबर सेल की टीम को एक सस्पेक्ट मोबाइल नंबर प्राप्त हुआ जिसके रायपुर, राजनांदगांव में एक्टिव होना पता चला । तत्काल पुलिस टीम रायपुर पहुंची । जहां रेलवे स्टेशन के पास सभी होटलों को टीम ने एक-एक कर छान मारा, संदेही नहीं मिला । तब पुलिस की एक टीम राजनांदगांव की ओर पतासाजी रवाना हुई और एक टीम रायपुर में पता तलाश कर रही थी । संदेही कुनाल सिन्हा के राजनांदगांव से रायपुर लौटते ही रायपुर स्टेशन के पास पुलिस टीम कुनाल सिन्हा को धड़दबोचा गया। जिसे हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया गया है ।