रायपुर. छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय कांग्रेस जॉइन करने के बाद अब भाजपा के खिलाफ मुखर हैं. साय ने राहुल गांधी की मांग का समर्थन करते हुए नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इसके बाद बुधवार रात सोशल मीडिया में फिल्मी अंदाज में बीजेपी को नसीहत देने के साथ ही किसी नई जांच का इशारा भी कर दिया है.
दरअसल, साय ने अपने पोस्ट में हिंदी सिनेमा का एक मशहूर डायलॉग चिपकाया है. उन्होंने लिखा है कि जिनके घर कांच के होते हैं, वे दूसरों के घर पत्थर नहीं मारते. इसके बाद कविता के अंदाज में लिखा है, घर घर जाबो खोजबो मोबाइल आऊ खोजबो जनता के कई सौ करोड़ के पोल, मोबाइल तो दूर खोखा भी नई दिखथे, केतना तैं फेंकवा देहे माटी के मोल.
जानकारों के मुताबिक साय का इशारा मोबाइल बांटने की योजना की तरफ है. 2018 के चुनाव से पहले रमन सरकार यह योजना लाई थी, जिसमें महिलाओं को स्मार्ट फोन बांटे गए थे. इसे चुनाव जीतने के बड़े कार्ड के रूप में देखा जा रहा था. हालांकि सारे मोबाइल नहीं बंट पाए और भाजपा को इससे कोई फायदा नहीं हुआ.
साय ने अगली लाइन में लिखा है, रतनजोत से कतकी डीजल बनाए अऊ कतकी करोड़ के होईस झोल. बहुत जल्दी तोर पारी भी आवथे संगी, थोड़ा सा तोल मोल के बोल. रमन सरकार में रतनजोत से डीजल बनाने की योजना पर बड़ी राशि खर्च की गई थी. हालांकि बाद में यह योजना फेल हो गई. साय ने कविता के माध्यम से इन दोनों मुद्दों को लेकर कांग्रेस द्वारा आने वाले समय में अभियान की ओर इशारा कर दिया है.
बता दें कि बीजेपी लगातार राज्य सरकार पर हमलावर है और कांग्रेस सरकार द्वारा भी पलटवार किया जा रहा है. चावल, शराब, गौशालाओं में गायों की मौत जैसे मुद्दों पर कांग्रेस बड़ा आरोप लगा चुकी है. भाजपा के नेता कार्यकर्ता राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना गोठान में जाकर पोल खोल अभियान चला रही है. इसके जवाब में कांग्रेस भी आंदोलन खड़ा कर सकती है.