अंकित सोनी@सूरजपुर। आदिपुरुष मूवी रिलीज होने के बाद से ही फ़िल्म में बोले गए डायलॉगों को लेकर यह फ़िल्म विवादों में घिरी हुई है। सोशल मीडिया से लेकर थिएटर तक लोग इस फिल्म की आलोचना करते नजर आ रहे हैं। इस फिल्म को लेकर इन दिनों छत्तीसगढ़ में भी सियासी पारा चढ़ा हुआ है।
जहां केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने ट्वीट कर इस फिल्म को छत्तीसगढ़ में बैन करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है। वहीं दूसरी ओर भूपेश बघेल के द्वारा फिल्म को लेकर भाजपा के ऊपर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि श्री राम पर भाजपा की आस्था और लोगों की आस्था का प्रतीक यह है कि आजादी के बाद से जब 50 वर्षों तक कांग्रेस की गवर्नमेंट थी तब भी राम जन्म भूमि का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था। उस समय के कांग्रेस की सरकार ने श्री रामलला के जन्म भूमि के मामले को गंभीरता से नहीं लिया और जब भाजपा की सरकार सत्ता में आयी तो उन्होंने उस विषय को गम्भीरता से लिया और तथ्यों और जन समर्थन के आधार पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला श्री राम जन्मभूमि पर हिंदुत्व और सनातनियों के पक्ष में आया और जिस प्रकार एक के बाद एक बड़े निर्णय नरेंद्र मोदी के शासनकाल में हुए हैं। वह श्री राम के प्रति भाजपा की आस्था को दर्शाते हैं ।