BJP Legislature Party Meeting
रायपुर. छत्तीसगढ़ में पंचम विधानसभा के अंतिम सत्र में चार बैठकें होनी है. वैशालीनगर के विधायक विद्यारतन भसीन के निधन के कारण पहले दिन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित हो जाएगी. बचे तीन दिनों में भाजपा ने राज्य सरकार को हर मोर्चे पर घेरने की रणनीति तय की है. प्रश्नकाल के बाद तीनों दिन एक स्थगन प्रस्ताव लाया जाएगा. वहीं, अविश्वास प्रस्ताव भी लाया जाएगा, जिसके लिए आरोप पत्र तैयार किया जाना है. इसकी तैयारियों को लेकर सोमवार को नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के दफ्तर में विधायक दल की बैठक हुई. इसमें प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय भी शामिल हुए.
विधायक दल की बैठक की शुरुआत में वैशालीनगर के विधायक विद्यारतन भसीन को श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद विधायक दल ने एक राय होकर तय किया कि अविश्वास प्रस्ताव के जरिए आरोपों की झड़ी लगाकर सरकार को आइना दिखाएंगे. बैठक लगभग अविश्वास प्रस्ताव और आरोपों पर ही केंद्रित रही. भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने NPG.News से कहा कि तीन दिन के सत्र में और कोई बिजनेस संभव नहीं है. भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाएगी. इसके साथ ही महाभारत के युद्ध का ऐलान होगा. बैठक में डॉ. रमन सिंह, पुन्नूलाल मोहले, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा, डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, सौरभ सिंह, डमरूधर पुजारी, रंजना साहू आदि मौजूद थे. बता दें कि मानसून सत्र के लिए 370 सवाल लग चुके हैं.
अंतिम सत्र में दस बैठकें होनी चाहिए
विधायक दल की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि 18 से 21 जुलाई तक होने वाला मानसून सत्र बेहद छोटा सत्र है. हमने पहले भी मांग की थी कि संभवत: यह अंतिम सत्र हो तो कम से कम 10 बैठकें होनी चाहिए. चंदेल ने कहा, मानसून सत्र में भाजपा भूपेश बघेल के नेतृत्व में चलने वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी. इस अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से छत्तीसगढ़ की मूलभूत समस्याओं, ज्वलंत समस्याओं व छत्तीसगढ़ में व्याप्त भ्रष्टाचार जैसे कोयला का भ्रष्टाचार, शराब का भ्रष्टाचार, पीएससी घोटाला, राशन घोटाला यह सब जनता के सामने लाएंगे. कांग्रेस सरकार का असली चेहरा भ्रष्टाचार से भरा हुआ है. छत्तीसगढ़ सरकार भ्रष्टाचार शिरोमणि की उपाधि से विभूषित करने लायक सरकार है. कांग्रेस सरकार से छत्तीसगढ़ की जनता हताश और निराश हो चुकी है. छत्तीसगढ़ में बदलाव की बयार चल रही है. हम विधानसभा में छत्तीसगढ़ की जनता जो चाहती है, उसे उनकी आवाज बन कर प्रस्तुत करेंगे.
14 घंटे हुई थी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा
चतुर्थ विधानसभा के अंतिम सत्र में कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी. इस पर करीब 14 घंटे और 8 मिनट चर्चा हुई थी. देर रात करीब तीन बजे सत्र की कार्यवाही समाप्त हुई थी. हालांकि तब संख्याबल में कांग्रेस की संख्या अधिक थी. फिलहाल भाजपा के पास अब 13 विधायक रह गए हैं. ऐसे में संख्या बल में काफी कम हैं, लेकिन भाजपा की तैयारी हर मुद्दे पर पूरा समय लेकर अपना पक्ष रखने की होगी.