रायपुर. छत्तीसगढ़ में कोल परिवहन में अवैध लेवी और दो हजार करोड़ के कथित शराब घोटाले की जांच कर रही ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के नाम पर महाराष्ट्र के दो ठगों ने आबकारी विभाग के अधिकारियों से वसूली कर ली. सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के भी अधिकारी ठगों के झांसे में आ गए थे. छत्तीसगढ़ पुलिस ने अमरावती से दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि जिन राज्यों में अफसरों के खिलाफ कार्रवाई या जांच होती थी, ऐसे अफसरों के बारे में अखबार में समाचार देखकर उनके विभागों के अन्य अधिकारियों के नंबर पर कॉल कर वसूली करते थे. अधिकारी जैसे ही झांसे में आते थे तो उनसे पैसे की मांग की जाती. एक-एक से ठगों ने 5,30,000 की वसूली की थी.
जानिए क्या है मामला
छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग में पदस्थ अधिकारी ने राखी थाने में रिपोर्ट लिखाई कि 16 मई को मोबाइल नंबर 9112329778 से ऑफिस से नंबर 0771-2512612 पर कॉल आया. दूसरी ओर से जो आवाज आई, उसने बताया कि वह ईडी के दिल्ली ऑफिस से बोल रहा है. फोन करने वाले ने पूछा कि वर्तमान में आबकारी उपायुक्त कौन है? अभी हाल ही में रिटायर्ड उपायुक्त कौन है? उनका मोबाइल नंबर पूछने के साथ ही एसएन साहू व रमेश अग्रवाल कौन है, उनका मोबाइल नंबर पूछा और जानकारियां ली. पीड़ित ने सभी जानकारियां और मोबाइल नंबर उपलब्ध करा दिया. अंत में आरोपियों ने प्रार्थी को कहा कि आप रीजनल ज्वाइंट डॉयरेक्टर प्रवर्तन निदेशालय सेंट्रल जोन नागपुर से उनके मोबाईल नंबर 9561225697 से संपर्क कर लें.
पीड़ित ने ऑफिस के लैंडलाइन नंबर से 9561225697 पर कॉल किया, तब उसके द्वारा कहा गया कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को आपके विरुद्ध शिकायत मिली है. इसकी जांच ईडी, आयकर विभाग, ईओडब्ल्यू, एसीबी और सीवीसी से कराई जाएगी. आप जवाब दें कि क्या करना है. दूसरी ओर से बार-बार ये बातें कही गई, तब प्रार्थी ने कहा कि आपके पास जो भी शिकायत आई है, उसकी जांच कर लें. इसके बाद ठगों ने जांच से बचने के लिए पैसे देने के लिए दबाव बनाना शुरू किया. बार-बार की धमकी से परेशान अधिकारी ने अज्ञात आरोपी के विरुद्ध थाना राखी में अपराध क्रमांक 117/23 धारा 419, 384 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध कराया.
पर्यावरण विभाग में भी वसूली
इसी प्रकार पर्यावरण संरक्षण मंडल नवा रायपुर में पदस्थ दो अधिकारियों के द्वारा 18 मार्च को मोबाईल नं. 9561225697 के धारक ने फोन कर अपना नाम ऐश्वर्य क्षेत्री व स्वयं को ईडी का अधिकारी होना बताकर आपके लोगों के विरुद्ध ईडी, ईओडब्ल्यू में संपत्ति संबंधी शिकायत है, जिसकी जांच मेरे द्वारा की जा रहीं है। आरोपियों ने आगे कहा कि अगर आपको शिकायत जांच कार्यवाही से बचना है तो दोनों मेरे पास अलग-अलग 5,30,000 रुपए कुल 10,60,000 अमरावती भेज दो कहकर धमकी देने लगा. दोनों अधिकारियों ने घबराकर कुल 10,60,000 अपने परिचितों के माध्यम से अमरावती (महाराष्ट्र) में उक्त मोबाइल नंबर के धारक विकास क्षेत्री को दिए. साथ ही इस मामले में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध थाना राखी में अपराध क्रमांक 119/23 धारा 419, 384 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध कराया गया.
महाराष्ट्र से पकड़ाए दो आरोपी
घटनाओं को SSP प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए ASP नीरज चंद्राकर व ASP अभिषेक माहेश्वरी को आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए. पुलिस ने पीड़ित अधिकारियों से पूछताछ कर अज्ञात आरोपी को महाराष्ट्र अमरावती से पकड़ा गया. आरोपी अश्वनी भाठिया व निशांत इंगडे को हिरासत में लिया गया।
पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा उक्त घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया गया। आरोपियों ने बताया कि आरोपी निशांत इंगडे इंटरनेट के माध्यम से देश के अलग-अलग राज्यों व जिलों में पदस्थ उच्चाधिकारियों का मोबाईल नंबर व उनके कार्यालय का लैंडलाइन नंबर लेता था। आरोपी अश्वनी भाठिया उन्हीं मोबाईल/लैण्ड लाईन नंबरों में फोन कर खुद को ईडी, ईओडब्ल्यू, आयकर विभाग एवं एसीबी का अधिकारी बताकर पीड़ितों को अपने झांसे व भरोसे में लेता था। इसके बाद आरोपी अश्वनी भाठिया अंग्रेजी भाषा में फ्लुयेंट बात करने के साथ ही एक उच्चाधिकारी की तरह बात करता था और डरा धमका कर रुपयों की मांग करता था।
कई राज्यों में वसूली
आरोपियान द्वारा छत्तीसगढ़, म.प्र. के अलावा बिहार, झारखण्ड, उड़ीसा, महाराष्ट्र, कनार्टक एवं दिल्ली सहित देश भर के अलग – अलग राज्यों के अलग-अलग जिलों में कई उच्चाधिकारियों को अपना शिकार बनाकर चूना लगाने की बात कबूल की है।
गिरफ्तार आरोपी
अश्वनी भाठिया पिता देवेन्द्र नाथ भाठिया उम्र 54 साल निवासी कौशल्य विहार चिकलधरा रोड परथवाड़ा थाना अंजनगांव जिला अमरावती (महाराष्ट्र)।
निशांत इंगडे पिता प्रेमदास इंगडे उम्र 24 साल निवासी पथरौल तालुआ अंचल थाना पथरौल जिला अमरावती (महाराष्ट्र)।