Chhattisgarhi Dubki kadhi recipe : रायपुर I डुबकी कढ़ी काफी तरल होती है और इसमें उड़द दाल की पकौड़ियां डूबी रहती हैं। इसलिए इसे डुबकी कढ़ी का नाम दिया गया है। इस गर्मागर्म कढ़ी को छत्तीसगढ़ के लोग चावल के साथ खाना बहुत पसंद करते हैं। इस कढ़ी की खासियत यह है कि इसमें डाली जाने वाली उड़द दाल की पकौड़ियां तली नहीं जातीं, बल्कि उबलते पानी में पकाई जाती हैं। इसलिए यह बेसन की तली हुई पकौड़ियों वाली कढ़ी के बजाय ज्यादा हेल्दी ऑप्शन भी है। फिर इसका स्वाद भी यूनीक है। तो आइए जानते हैं डुबकी कढ़ी बनाने की विधि।
इसे बनाने के लिए हमें चाहिए
डुबकी कढ़ी ऐसे बनाएं
1. भीगी हुई उड़द दाल का पानी छान कर अलग करें और इसे मिक्सी के ग्राइंडर जार में डालें। इसी में लहसुन की कलियाँ, अदरक हरी मिर्च और थोड़ा नमक भी डाल दीजिये। अब दाल को पीस लीजिए। इसे एक कटोरे में निकाल लीजिए।
2. अब दही को एक कटोरे में निकाल कर मथ लीजिए या मिक्सी में पानी के साथ ब्लैंड कर मठा बना लीजिए और इसे यूज़ करिए। इसमें एक चम्मच पिसी उड़द दाल डालकर अच्छे से मिला लीजिए।
3. एक पैन में सरसों का तेल डालिए और इसे धुआं आने की स्टेज तक गर्म कर लीजिए। बहुत से लोग इसे मूंगफली के तेल में बनाते हैं। आप अपनी पसंद का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। आंच एकदम धीमी कर दें। अब राई और हींग डालें। तड़कने पर हल्दी, सूखी लाल मिर्च और करी पत्ते डालें।
4. आंच धीमी ही रखें या दही के फटने का डर हो तो आंच बंद कर बघार को एकाध मिनट ठंडा होने दें। अब इसमें उड़द-मठे का घोल डालकर गैस ऑन कर दें। लगातार चलाएं। इसमें तीन से चार कप पानी डालें और उबलने दें।
5. अब पिसी उड़द दाल हाथ में लेकर पकौड़ी साइज़ में उबलती कढ़ी में छोड़ते जाएं। ध्यान रहे कि आंच कम न करें। कढ़ी उबलती रहे। तभी पकौड़ियां कढ़ी में फैलेंगी नहीं। शेप ले पाएंगी।
6. जब पकौड़ियां सतह पर आ जाएं तो समझिए की वे पक गई हैं। अब कढ़ी में नमक डालें, हरे धनिये से सजाएं और गर्मागर्म परोसें।