रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा विधानसभा में कर्मचारियों के लिए सौगातों का पिटारा खोले जाने के बाद भी संविदा कर्मी खुश नहीं हैं। संविदा कर्मचारी महासंघ का कहना है, वेतन वृद्धि 27 फीसदी की बजाय 48 फीसदी होनी चाहिए थी। उधर, अनियमित कर्मचारी मोर्चा ने इसे वादाखिलाफी बताया है। पढ़िए दोनों संगठनों का प्रेस नोट…