महादेवगढ़ शिव मंदिर में एक मुस्लिम लड़की ने हिंदू युवक से मंदिर में शादी की और सनातन धर्म भी अपनाया. रूबीना नाम की यह लड़की अब ‘रक्षा’ बन गई है. युवक-युवती दोनों बुरहानपुर के रहने वाले हैं और खंडवा आकर उन्होंने यह विवाह किया है. रक्षा बनी रूबीना का कहना है कि उसे बचपन से ही सनातन धर्म आकर्षित करता थ. इस धर्म में महिलाओं का बहुत सम्मान है. उसे सभी हिंदू त्योहार भी अच्छे लगते हैं.
मंदिर में हुई प्रतीक और रूबीना की शादी.
दरअसल, बुरहानपुर के रहने वाले प्रतीक सोलंकी और वहीं की ही रहने वाली रूबीना के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था. रूबीना प्रतीक से शादी करना चाहती थी. प्रतीक का परिवार बेटे की मुस्लिम लड़की से शादी कराने को राजी थी, लेकिन रूबीना के परिवार वाले राजी नहीं हुए थे.
रूबीना और प्रतीक खंडवा पहुंचे. यहां आकर महावदेवगढ़ शिव मंदिर आए. यहां पर दोनों की शादी हुई. इस विवाह में प्रतीक का परिवार शामिल हुआ, लेकिन रूबीना के परिवार से कोई भी शामिल नहीं हुआ. शादी से पहले रूबीना ने सनातन धर्म अपनाया. उसका नाम रूबीना से रक्षा रखा गया. इसके बाद सैकड़ों लोगों की मौजदूगी में दोनों का विवाह संपन्न कराया गया.
रूबीना ने कहा, ”मैं प्रतीक के साथ काफी समय से रिलेशनशिप में थी और शादी करना चाहती थी. उसे सनातन धर्म पसंद है, क्योंकि इस धर्म में महिलाओं का बहुत सम्मान होता है. मुझे हिंदू रीति-रिवाज पसंद हैं और सारे त्योहार भी काफी पसंद हैं.”
महदेवगढ़ शिव मंदिर के संरक्षक अशोक पालीवाल ने बताया कि रूबीना नाम की मुस्लिम लड़की ने सनातन धर्म अपना अपने प्रेमी से मंदिर में शादी की है. अब उसका नाम रक्षा हो गया है. उसका कहना है कि वह बचपन से ही सनातन धर्म से प्रभावित है.