बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) ने स्टेशन प्लेटफार्म पर ट्रेनों के लिए प्रतीक्षारत महिला यात्रियों के वास्ते ‘अक्षिता’ नाम से एक उपयुक्त स्थान को चिन्हांकित किया है जहां ट्रेन आने के इंतजार के दौरान वह सुरक्षित और सहज महसूस कर सकें।
रेलवे का महिला सशक्तिकरण की दिशा एक कदम और आगे बढ़ते हुए अकेली महिला यात्रियों को प्लेटफार्म पर प्रतीक्षा के दौरान एक ऐसी जगह उपलब्ध कराना है , जहां वे स्वयं को सुरक्षित महसूस करे । इसी उद्देश्य के दृष्टिगत एसईसीआर ने जोनल मुख्यालय स्टेशन बिलासपुर समेत अपने क्षेत्रांतर्गत आठ स्टेशनों रायपुर, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, अनूपपुर, गोंदिया, रायगढ़, दुर्ग और भिलाई में यह अनूठी पहल शुरू की है।
इन स्टेशनों पर प्लेटफार्म क्रमांक एक पर प्लेटफार्म के बीच और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के पोस्ट तथा स्टेशन मास्टर कार्यालय के समीप चिन्हांकित स्थानों को बैरिकेट कर एक सेफ बबल का निर्माण किया गया है। इन जगहों आरपीएफ की महिला कर्मी लगातार निगरानी करती हैं । यहां पुरुष यात्रियों का प्रवेश निषिद्ध है ताकि अकेली प्रतीक्षारत महिलाएं सहज भाव से बिना किसी हिचक के आराम के साथ प्लेटफार्म पर अपना प्रतीक्षा समय व्यतीत कर सकें। चिन्हांकित स्थान होने के कारण रेलकर्मियों की भी नजर इस सेफ बबल पर रहती है जिससे यह स्थान महिलाओं के लिए सुरक्षात्मक दृष्टि से उपयुक्त है । सीसीटीवी कैमरे की नजर में इस स्थान के रहने से आरपीएफ नियंत्रण कार्यालय लगातार इस पर अपनी नजर रखता है ।
‘अक्षिता’ सेफ बबल काँच की दीवार से बैरिकेट होने के कारण सभी तरफ से द्रष्टव्य है और यहां केवल महिलाओं की उपस्थिति उनमें पारस्परिक विश्वास पैदा करता है ।
‘अक्षिता’ सेफ बबल की खासियत ये भी है कि यह मौजूदा सुविधाओं का उपयोग करके ही बनाया गया केन्द्र बिन्दु है जिसमें कोई अतिरिक्त लागत नहीं लगी है। यह स्टेशन पर प्रतीक्षारत महिलाओं में आत्मविश्वास का संचार करता है तथा रेल यात्रा के प्रति उनके विश्वास को और मजबूत करता है ।
अशोक.संजय