उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी निर्माणाधीन टनल में सात दिनों से 41 मजदूर फंसे हैं. सभी को यही उम्मीद है कि जल्द से जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो. मजदूर सकुशल बाहर निकल आएं. सभी मजदूरों के परिजन उम्मीद की किरण का इंतजार कर रहे हैं कि कब रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होगा. इधर, सुरंग में फंसे मजदूरों से लगातार संपर्क हो रहा है. उनसे उनके परिजन बात कर रहे हैं. अंदर से अपने परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत करने वाले सुरंग में फंसे 25 वर्षीय मजदूर पुष्कर ने अपने भाई विक्रम सिंह से पाइप के माध्यम से बात की है. सुरंग में डाली गई एक पाइप के जरिए विक्रम सिंह ने पुष्कर से बातचीत की. चंपावत जिले के छन्नी गोठ गांव के रहने वाले विक्रम ने बताया कि उन्हें पिछले शुक्रवार को अपने भाई से थोड़ी देर बात करने का मौका मिला. पूरी बातचीत के दौरान भाई कि चिंता यही रही कि वह इस बारे में मां को न बताएं. विक्रम ने उससे उसके स्वास्थ्य के बारे में पूछा. साथ ही उसे रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अपडेट दिया. घर में सबसे छोटा होने के कारण वह मां को सबसे ज्यादा प्यार करता है. बातचीत क दौरान वह बार-बार बस यही कहता रहा कि मां को कुछ मत बताना.
भोजन और पानी की कमी
वहीं, एक और परिजन ने कहा कि वह सुरंग में फंसे अपने भाई से बात नहीं कर सका क्योंकि उसकी आवाज बहुत कमजोर लग रही थी. उसकी आवाज मुश्किल से सुनाई दे रही थी. इस बीच सुरंग में बचाव कार्य भी रुक गया है. फंसे हुए लोगों के पास भोजन और पानी की भी कमी है. इसको देखते हुए लोगों के धैर्य की सीमा समाप्त होती जा रही है. परिजनों का कहना है कि जल्द से जल्द उनके अपनों को सुरंग से बहार निकाला जाए.