हृदेश केसरी@बिलासपुर। शहर के नालियों की सफाई पूरी तरीके से बंद पड़ी हुई है। जबकि निगम प्रशासन प्रति महीना नाली सफाई के कार्य में लाखों रुपए खर्च कर रही है। मगर नाली सफाई का कार्य केवल फाइलों में दबकर रह गया है। शहर के सभी छोटे से बड़े नालियों में कचरा देखा जा सकता है, जबकि निगम प्रशासन के द्वारा कचरे का कलेक्शन जो घरों से होता है, वो ठेका के द्वारा कराया जाता है।
निगम के सभापति का कहना है कि आम लोगों को घर का कचरा नालियों में नहीं डालना चाहिए। इसके जिम्मेदार आम लोग भी है, जबकि कचरे की गाड़ी प्रतिदिन वार्डों में घूम रही है। घर-घर जाकर कचरा कलेक्शन कर रहे हैं। निगम प्रशासन शहर की सफाई व्यवस्था में प्रति महीना करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। मगर नालियों की सफाई नहीं होने से मलेरिया जैसे बीमारी होती है। मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है. निगम में जनहित के कार्य केवल फाइलों में हो रहे हैं ।