कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में एक गौ सेवक की हत्या मामले में दो आरोपियों के आतंकवादी संगठनों से कनेक्शन होने की जानकारी मिली है। इसके बाद से दोनों आरोपियों के खिलाफ UAPA के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस के मुताबिक दो आरोपियों ने कथित तौर पर संदिग्ध आतंकवादी संगठनों के लोगों से मुलाकात की थी। इसके साथ ही अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शहर में आतंक फैलाने के लिए ISIS की शैली में गला रेतकर एक गौ सेवक की हत्या की थी।
एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि ”मामले की जांच से पता चला कि 6 आरोपियों ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले कवर्धा शहर में आतंक फैलाने के लिए ISIS शैली में गला काटकर साधराम यादव की हत्या कर दी थी।” पुलिस के मुताबिक आरोपियों की ‘कॉल डिटेल’, सोशल मीडिया पोस्ट और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड की जांच के बाद मामले में UAPA की धारा 16 जोड़ी गई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह अधिनियम आतंकवादी कृत्यों के सिलसिले में लगाया जाता है।
पत्नी ने वापस कर दी वित्तीय सहायता
एसपी पल्लव ने बताया कि जांच के दौरान जानकारी मिली कि अयाज और इदरीस ने पिछले साल दिसंबर में कश्मीर और कुछ राज्यों का दौरा किया था तथा कथित तौर पर कुछ संदिग्ध लोगों से मुलाकात की थी, जिनका संबंध कुछ आतंकवादी संगठनों से था। हत्या की घटना के बाद अधिकारियों ने पिछले महीने कवर्धा शहर में अयाज खान के घर का एक हिस्सा भी गिरा दिया था। इस घटना में मारे गए गौ सेवक की पत्नी ने पिछले सप्ताह सरकार द्वारा वित्तीय सहायता के रूप में दिए गए 5 लाख रुपए को वापस कर दिया और अपने पति की हत्या के आरोपियों को मौत की सजा देने की मांग की।