भाजपा के प्रमुख नेता का काफिला बीते रविवार को उस समय हादसे का शिकार हो गया, जब वो नदिया जिले में एनएच-34 पर कहीं जा रहे थे। बताया जा रहा है कि दुर्घटना में सुकांत मजूमदार को चोट नहीं आयी है और वो बाल-बाल बच गये हैं। इस बीच बंगाल भाजपा ने घटना के फौरन बाद सूबे की सत्ता पर कबिज तृणमूल कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए उसे हादसे का जिम्मेदार बताया। पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई ने आरोप लगाया कि सुकांत मजूमदार हमले का शिकार हुए क्योंकि कथिततौर से तृणमूल समर्थक पुलिस पायलट ने बेहद तेज गति से उनकी कार को टक्कर मार दी।
इस बीच, राज्य पुलिस ने प्रदेश भाजपा की ओर से लगाये जा रहे ऐसे आरोपों का कड़ाई से खंडन करते हुए तहा कि आरोप पूरी तरह से असत्य हैं और इस तरह की झूठ फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं मामले में खुद जानकारी देते हुए सुकांत मजूमदार ने कहा, ”मैं हादसे में सुरक्षित बच गया, लेकिन मेरे साथ चल रही पायलट कार में सवार तीन लोग घायल हो गए, जिनका इलाज किया जा रहा है।”
एस्कॉर्ट वाहन पुलिस के कब्जे में
पुलिस ने कहा, “एस्कॉर्ट वाहन को कब्जे में ले लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है, बावजूद उसके बंगाल पुलिस की छवि को धक्का पहुंचाने के लिए आरोप लगाया जा रहा है कि दुर्घटना में शामिल वाहन पश्चिम बंगाल पुलिस का था।”