नई दिल्ली | डेस्क: समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग को लेकर किसानों और मज़दूरों ने शुक्रवार को शंभू बार्डर से दिल्ली की ओर जाने की कोशिश की. लेकिन 6 किसानों के घायल होने के बाद यह मार्च स्थगित कर दिया गया है.
इससे पहले किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा था कि मोर्चे को चलते हुए 297 दिन हो गए हैं. इसी तरह खनौरी सीमा पर चल रहा आमरण अनशन का 11वां दिन है. अब हमने दिल्ली कूच का निर्णय लिया है.
लेकिन किसानों के मार्च को शंभू बार्डर पर ही रोक दिया गया. पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बल प्रयोग भी किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े.
इसके बाद किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमने अपना जत्था वापस लिया है. उन्होंने कहा कि किसानों ने अपना मार्च वापस नहीं लिया है.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि अभी तक छह लोगों के घायल होने की ख़बर है. किसानों के ज़ख्मी होने की वजह से आज के लिए जत्था वापस बुलवाया है.
सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “हमारा जत्था अब परसों जाएगा. केंद्र ने कहा है कि हम बातचीत करना चाहते हैं. इस वजह से हम शनिवार को रुक रहे हैं. शनिवार को हमने केंद्र को समय दिया है. हम चाहते हैं कि बातचीत हो.हम सरकार के साथ टकराव नहीं चाहते हैं.”
इधर राज्यसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि सभी कृषि उत्पाद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ख़रीदे जाएं. यह मोदी सरकार की गारंटी है.
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