विशेष संवादाता, रायपुर
देश में कांग्रेस और बीजेपी के मध्य नफरत भरी सियासत और मोहब्बत भरी राजनीति का एक अलग अंदाज़ राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट के वीआईपी लाउंज में दिखाई दिया। नफरत और मोहब्बत का ये आलम था कि चंद घंटे पहले जिन्हें जी भरकर कोसा था, वही मुख्यमंत्री उन्हें राज्य के प्रतीक चिन्ह और मिलेटस जैसे हेल्थी फूड्स की टोकरी बतौर उपहार देकर विदा करने इंतज़ार करता रहा।
बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के कोरबा एक घंटे के पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के तहत पहुंचे थे। बीजेपी ने उनका दौरा पहले धार्मिक बताने की कोशिश में था, क्योंकि शाह यहां सर्वमंगला माता के दर्शन करने आये थे। उनके एक घंटे के कार्यक्रम में माता दर्शन, जनसभा को संबोधन और पार्टी नेताओं संग चर्चा तय थी। देखते ही देखते अमित शाह का पूरा कार्यक्रम सियासी रंगत में रंगा दिखा। इसका खुलासा उनकी जनसभा में दिए तक़रीबन 20 मिनट के भाषण से हो गया।
गृहमंत्री बीजेपी, मोदी, और आगामी लोकसभा व् विधानसभा में भाजपा को जितने की अपील करते दिखे। इतना ही नहीं उन्होंने जितना वक्त अपने उद्बोधन में छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को कोसने में लगाए। उन्होंने राज्य सरकार पर घोटालों, भ्रष्टाचार और DMF में करोड़ों के घोटाले का सीधा आरोप लगाया। इन सब आरोपों, सरकार के कामकाज की बुराइयों और गंभीर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले बीजेपी नेता को मेहमान समझकर सीएम भूपेश बघेल दौरा कार्यक्रम से लौटकर एयरपोर्ट में अमित शाह को छोड़ने पहुंचे थे।
बता दें शाह ने जिनपर गंभीर आरोप, लगाया उसी मुख्यमंत्री ने मोहब्बत से मुलाकात कर उन्हें छत्तीसगढ़ी कलाकृति नंदी और मिलेटस फ़ूड की टोकरी उपहार में दिया। बता दें गृहमंत्री का प्रोटोकॉल होता है, लेकिन श्री शाह का दौरा सियासी लगा। राहुल गांधी ने पहले ही कहा था बीजेपी की नफरत का जवाब हम कांग्रेसी मोहब्बत और प्यार से देंगे, संभवतः मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल की उन्ही आदर्शों पर चलते दिखे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जब इस सम्बन्ध में पूछा गया तो उन्होंने कहा शाह पहले आये थे तब 55 पार बोले थे तब हम 65 ए फिर वो जीत के लिए आये हैं तो बताना चाहूंगा 2017 भी हमारा था और 2023 भी हमारा ही होगा। स्वागत के लिए एयरपोर्ट पहुंचे कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से शाह की नहीं हो सकी थी मुलाकात, विदाई के समय cm ने पहुंचकर किया सीऑफ।