Budget Prepration/जयपुर। राजस्थान में लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद भजनलाल सरकार आगामी बजट सत्र की तैयारी में जुट गई है। जिसे लेकर गुरूवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में वित्त मंत्री दिया कुमारी नदारद दिखी। जिसे लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा कि “बिना वित्त मंत्री की उपस्थिति के आगामी बजट 2024-25 की तैयारी पर ये बैठक उचित है?”
Budget Prepration/कांग्रेस नेताओं का कहना है कि करीब छह महीने पहले सत्ता में आई भाजपा सरकार में अलग-अलग धड़ों के बीच आपसी खींचतान की खबरें नई नहीं हैं। इस बीच ब्यूरोक्रेसी द्वारा सरकार चलाने के आरोप भी लगे हैं।
इसका भी खामियाजा कहीं न कहीं भाजपा को लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ा और सभी 25 सीट जीतने का दावा करने वाली भाजपा प्रदेश की 11 सीटों पर चुनाव हार गई, लेकिन इन नतीजों के बाद सरकार की आपसी खींचतान खुलकर सामने आ गई है। जबकि अफसरों की मनमर्जी का आलम यह है कि प्री-बजट बैठक में वित्त मंत्री दीया कुमारी का ही नाम नहीं है।
हालांकि, पहले इसके पीछे तर्क दिया गया कि यह बैठक टैक्सेशन की ओर से बुलाई गई है।वित्त मंत्री दीया कुमारी के अलावा बजट तैयार करने वाले महकमे राजस्थान अकाउंट्स एसोसिएशन को भी इस मीटिंग का न्योता नहीं दिया गया है।
जबकि बैठक में रिटायर अफसर-कर्मचारियों तक को बुलाया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि इतनी अहम बैठक में वित्त मंत्री और अकाउंट्स एसोसिएशन दोनों ही नहीं बुलाए गए हैं।
प्री-बजट बैठक को लेकर वित्त विभाग की तरफ से जो नोटिस जारी किया गया है। उसमें वित्त मंत्री दीया कुमारी का नाम ही गायब है। हालांकि, वित्त मंत्री दीया कुमारी फिलहाल जयपुर में नहीं है, लेकिन प्रोटोकॉल के हिसाब से मीटिंग नोटिस में कम से कम उनका नाम शामिल होना चाहिए था। वित्त मंत्री के ऑफिस ने इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया, लेकिन माना जा रहा है कि इस मामले की गूंज ऊपर तक जाएगी।