रायपुर. छत्तीसगढ़ में पांच हजार करोड़ के कथित चावल घोटाले की जांच के लिए केंद्र से टीम पहुंचने के बाद राजनीति गरमा गई है. भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर घोटाले का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग की है. वहीं, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह को खुली चुनौती दी है कि यदि गड़बड़ी साबित हुई तो वे इस्तीफा दे देंगे. साथ ही, उन्होंने यह भी पूछा है कि यदि गड़बड़ी साबित नहीं हुई तो क्या वे (डॉ. रमन) इस्तीफा देंगे? दरअसल, पूर्व सीएम डॉ. रमन ने ही इस मामले में केंद्रीय खाद्य मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर पांच हजार करोड़ से ज्यादा के घोटाले का आरोप लगाया है. इसकी जांच के लिए केंद्रीय खाद्य विभाग की टीम राजधानी पहुंची हुई है.
इधर, शुक्रवार को एकात्म परिसर में मीडिया से बातचीत में रायपुर सांसद सुनील सोनी ने पांच हजार करोड़ के घोटाले में राज्य सरकार से इस्तीफे की मांग की है. सोनी ने इस घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही, केंद्र सरकार को अतिरिक्त चावल के नगद भुगतान की मांग की है. उन्होंने घोटाले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज गिरफ्तार करने की मांग की है. इस दौरान प्रवक्ता संदीप शर्मा, केदार गुप्ता आदि मौजूद थे.
विभाग और जिलों के डाटाबेस में अंतर
सांसद सोनी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में जो आंकड़े पेश किए गए हैं, उसमें खाद्य विभाग के डेटाबेस में 1.65 लाख मीट्रिक टन चावल है, जबकि जिले के डेटाबेस में 96 हजार मीट्रिक टन चावल अंकित है. राज्य सरकार यह नहीं बता पाई कि शेष 69 हजार मीट्रिक टन चावल कहां गया? इस मामले में जब राज्य स्तर पर कोई जांच नहीं हुई तो केंद्रीय खाद्य विभाग समेत अन्य एजेंसियों में शिकायत की गई. इस मामले को सांसद अरुण साव, सोनी आदि ने लोकसभा में भी उठाया था. इसके बाद केंद्र स्तर पर जांच दल का गठन किया गया.