CG Coal Scam/ Chhattisgarh के बहुचर्चित कोयला घोटाले में जेल में बंद निलंबित उपसचिव सौम्या चौरसिया, आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई और रानू साहू (Ranu Sahu) के खिलाफ ईओडब्ल्यू और एसीबी ने एक नया मामला दर्ज किया है.तीनों अधिकारियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई है.
CG Coal Scam/यह एफआईआर ऐसे समय में सार्वजनिक हुई है, जब सोमवार को ही आईएएस रानू साहू को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी है.
CG Coal Scam/ईओडबल्यू और एसीबी ने संयुक्त रूप से जानकारी दी है कि सौम्या चौरसिया को 2008 में राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी के रूप में चयनित होने के बाद से 31 अक्टूबर 2022 तक के कार्यकाल में लगभग 85 लाख 50 हजार रुपए वेतन एवं अन्य भत्तों के रूप में प्राप्त हुए हैं, जबकि उन्होंने अपने पारिवारिक सदस्यों एवं परिचितों के नाम पर 29 अचल संपत्तियां अर्जित की हैं, जिसकी कीमत करीब 9 करोड़ 21 लाख 89 हजार 500 रुपए है.
CG Coal Scam/इतना ही नहीं सौम्या चौरसिया के पास और भी अचल संपत्ति, बीमा, शेयर, एसआईपी में निवेश की सूचना है, जिसकी जांच अभी जारी है.
ईओडब्ल्यू-एसीबी ने बताया कि सौम्या चौरसिया ने अपने वर्षिक संपत्ति विवरण पत्रक में अपनी पैतृक संप्पति के रूप में लगभग 32 लाख रुपए की अचल संपत्ति होने का दावा किया है, परंतु 1 जुलाई 2021 से 30 जून 2022 तक उनकी माता श्रीमती शांती देवी चौरसिया, भाई अनुराग चौरसिया, पति सौरभ मोदी, रिश्तेदारों एवं अन्य बेनामी व्यक्तियों के नाम से कई अचल संपत्तियां खरीदने की जानकारी मिली हैं.
सौम्या चौरसिया ने अपने परिजनों के नाम पर 5 करोड़ 38 लाख 69 हजार 500 रूपए तथा परिचितों के नाम पर लगभग 3 करोड़ 83 लाख 20 हजार रूपए की बेनामी अचल संपत्ति खरीदी है.
उन्होंने जुलाई 2021 से जून 2022 तक केवल 1 वर्ष के भीतर ही लगभग 9 करोड़ 21 लाख 89 हजार 500 रुपए की अचल संपत्ति में निवेश किया है.
EOW और एसीबी के अनुसार, सौम्या चौरसिया के निवास स्थल ए-21, सूर्या रेसीडेंसी कोहका भिलाई एवं उनकी माता श्रीमती शांती देवी चौरसिया के निवास स्थल ए- 104 सूर्या रेसीडेंसी कोहका भिलाई में की गई जांच के दौरान आयकर विभाग को लगभग 42 लाख रूपए के स्वर्ण आभूषण, 4.5 करोड़ रूपए के आर्थिक संव्यवहार से संबंधित दस्तावेज, 4.17 लाख रूपए नकद तथा अपनी मेड बबीता महंत को वित्तीय वर्ष 2019-20 में 5 लाख रूपए एवं 8.5 लाख रूपए के स्वर्ण आभूषण देने से संबंधित साक्ष्य भी मिले हैं.
ईओडब्ल्यू और एसीबी से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, निलंबित आईएएस समीर विश्नोई ने सितंबर 2010 से सितबंर 2022 के मध्य अपनी पत्नी प्रीति सिंह गोदरा एवं उनकी डायरेक्टरशिप एवं पार्टनशिप की फर्मों के नाम पर कई अचल सम्पत्ति खरीदी हैं, जिसकी कुल कीमत 2 करोड़ 99 लाख 93 हजार 650 रुपए है.
ईओडब्ल्यू और एसीबी ने बताया कि प्रर्वतन निदेशालय ने 11 अक्टूबर 2022 को समीर विश्नोई के देवेन्द्र नगर स्थित निवास पर सर्च के दौरान 26 लाख रूपये नगद तथा 2 करोड़ 12 लाख 68 हजार 637 रूपए के स्वर्ण आभूषण तथा उनके गायत्री नगर स्थित निवास से लगभग 21 लाख रूपए बरामद किए थे.
समीर विश्नोई को सितंबर 2010 से सितंबर 2022 तक लगभग 93 लाख 7 हजार 146 रूपए वेतन के रूप मे प्राप्त हुए हैं, जबकि उनकी इस अवधि में लगभग 5 करोड़ 12 लाख रूपए से अधिक की असमानुपातिक चल,अचल सम्पत्ति अर्जित की है.
इस तरह समीर विश्नोई ने स्वयं एवं परिजनों के नाम पर ज्ञात आय के स्त्रोत से लगभग 5 गुना अधिक सम्पत्ति अर्जित की है.
भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी रानू साहू, सीईओ नगर पालिक निगम बिलासपुर, कलेक्टर, बालोद, कलेक्टर कोरबा एवं कलेक्टर रायगढ़ के अलावा संचालक कृषि विभाग के पद पर पदस्थ रहीं है.
ईओडब्ल्यू और एसीबी के अनुसार रानू साहू जुलाई 2021 से जुलाई 2022 तक कलेक्टर कोरबा के रूप में पदस्थ रहीं, जिनके द्वारा लोकसेवक के रूप में कार्य करते हुए ज्ञात आय के स्त्रोत से काफी अधिक स्वयं एवं परिवार के सदस्यों के नाम पर करोड़ों की अचल संपत्तियां अर्जित की हैं.
दावा है कि रानू साहू ने सूर्यकांत तिवारी एवं उसके सिंडीकेट सदस्यों के साथ मिलकर आपराधिक षड्यंत्र करते हुए कोयला ट्रांसपोर्टरों से डीओ एवं टीपी परमिट जारी किए जाने हेतु 25 रुपए प्रति टन की अवैध वसूली में सक्रिय सहयोग प्रदान करने एवं उससे लाखों रूपए का असम्यक लाभ प्राप्त किया है.
ईओडब्ल्यू और एसीबी के अनुसार, रानू साहू जहां भी पदस्थ रहीं हैं, वहां किसी न किसी माध्यम से भ्रष्टाचार कर स्वयं को आर्थिक रूप से समृद्ध करती रही हैं.
रानू साहू ने अपने एवं परिवार के सदस्यों के नाम पर वर्ष 2015 से अक्टूबर 2022 तक लगातार अचल संपत्तियां खरीदी हैं. इन अचल संपत्तियों में निवेशित राशि लगभग 3 करोड़ 93 लाख 91 हजार 949 रूपए की बताई जा रही है.
रानू साहू (Ranu Sahu) को अप्रैल 2011 से 31 अक्टूबर 2022 तक की स्थिति में वेतन के रूप में लगभग 92 लाख रूपए प्राप्त हुए हैं. इस तरह उनकी अचल संपत्ति उनकी आय से कहीं अधिक है.इसके अतिरिक्त Ranu Sahu के और भी अचल संपत्तियों, बीमा, शेयर, एसआईपी में निवेश किए जाने की सूचना है, जिसकी जांच अभी जारी है.