रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पहला बीपीओ (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) सेंटर खुलेगा. 500 सीटर बीपीओ सेंटर कलेक्टोरेट से लगे मल्टीलेवल पार्किंग के पांचवें फ्लोर पर शुरू होगा. इसके जरिए युवाओं को रोजगार के रास्ते खुलेंगे. बता दें कि देसी कंपनियों के साथ मल्टी लेवल कंपनियां बीपीओ के जरिए कॉल सेंटर कस्टमर सपोर्ट, सेल्स एंड मार्केटिंग, डाटा एंट्री, टेक्निकल सपोर्ट, चौट सपोर्ट, बैक एंड फ्रंट ऑफिस वर्क, सोशल मीडिया हैंडलिंग, डाटा एनालिसिस जैसे काम कराती हैं. यानी छत्तीसगढ़ के युवाओं को भी इसके जरिए मल्टीलेवल कंपनियों से जुड़ने का मौका मिलेगा. फिलहाल बीपीओ में काम करने के लिए यूथ इंदौर या बेंगलुरु जैसे शहरों का रुख करते हैं. यहां सेंटर खुलने से बड़ी संख्या में युवाओं को लाभ मिलेगा. रायपुर नगर निगम 10 करोड़ की लागत से यह 500 सीटर बीपीओ सेंटर तैयार करेगा. सीएम भूपेश बघेल ने सोमवार को भेंट मुलाकात कार्यक्रम के अंतर्गत बीपीओ सेंटर का शिलान्यास किया.
रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे
बीपीओ सेंटर के शिलान्यास अवसर पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा, इस बीपीओ सेंटर की स्थापना से रायपुर के युवाओं को उन्नत व आधुनिक सुविधाओं के जरिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे. बीपीओ से मल्टीनेशनल बड़ी कंपनियों में नौकरी से युवाओं में आत्मनिर्भरता आएगी. सूचना क्रांति के इस दौर में रायपुर में लंबे समय से ऐसे आधुनिक बीपीओ सेंटर की आवश्यकता महसूस हो रही थी, जहां कार्य करते हुए कम लागत पर बेरोजगार व महाविद्यालयीन शिक्षा प्राप्त कर रहे युवाओं को पूरी दुनिया से जुड़कर अपने कौशल बढ़ाने का समुचित अवसर मिले.
सीएम ने कोरोना महामारी के दौरान की परिस्थितियों को याद करते हुए कहा कि कोरोना काल में भी हर घर तक संदेशों को पहुंचाने के लिए ऐसे बीपीओ आधारित हाइटेक कॉल सेंटर की आवश्यकता शहर में महसूस की जा रही थी. अब इस बीपीओ के बन जाने से रायपुर शहर में भी कई जन सुविधाएं शुरू हो सकेंगी, जिनसे लोगों को त्वरित लाभ मिलेगा.
गौरतलब है कि रायपुर में इस तरह के कॉल सेंटर उपलब्ध नहीं होने के कारण यहां के युवाओं को इंदौर, बैंगलुरू जैसे अन्य महानगरों में जाकर रोजगार के अवसर तलाशने पड़ते थे. प्रतिस्पर्धा के दौर में सीमित संसाधनों के कारण यहां के युवा रोजगार से वंचित हो जाते थे. अब रायपुर में बीपीओ सेंटर खुल जाने से ऐसे युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। सेंटर के जरिये देश-विदेश की बड़ी कंपनियों और वाणिज्यिक सेवा संस्थानों से जुड़कर स्थानीय युवाओं की रोजगार और विकास में भागीदारी भी बढ़ेगी. इसके साथ ही नई तकनीकों के उपयोग से विभिन्न कंपनियों में संपर्क होने से युवाओं का संवाद कौशल भी बढ़ेगा, जिससे विकास के नए रास्ते खुलेंगे.
क्या है बीपीओ
बीपीओ का फुल फॉर्म Business Process Outsourcing (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) होता है. बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग का मतलब होता है किसी बिजनेस के एक खास काम या हिस्से को किसी थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर को कॉन्ट्रैक्ट पर देना. कई बड़ी कंपनियों खासकर मल्टीनेशनल कंपनियों के पास बहुत सा काम होता है. इनमें से कुछ काम कंपनियों द्वारा नहीं किए जाते. जैसे कॉल सेंटर, कस्टमर सपोर्ट, सेल्स एंड मार्केटिंग, डाटा एंट्री आदि. इन सभी कामों के लिए कंपनी किसी अन्य कंपनी को खरीद लेती है. इसी काम को Business Process Outsourcing कहा जाता है.