सुकमा : छत्तीसगढ़ के सुकमा में 33 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। बता दें कि सुकमा छत्तीसगढ़ के घोर नक्सली इलाके में आता है। ऐसे में जिले के एसपी सुनील शर्मा की उपस्थिति में तीन इनामी नक्सली समेत 33 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। यह जानकारी के सुकमा के पुलिस अधिकारीयों ने दी है। आत्मसमर्पित सभी नक्सली सुकमा में घटित विभिन्न् गतिविधियों में शामिल रहे हैं। एसपी शर्मा ने बताया कि सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य शासन की पुर्नवास नीति के तहत सहायता राशि और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
एसपी सुनील शर्मा ने कहा की जिले में नवीन कैंपों की स्थापना का ग्रामीणों पर अनुकूल प्रभाव पड़ रहा है। पिछले सप्ताह ही जिले के तोंडामरका और डब्बामरका क्षेत्र में नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना की गई है। इन कैंपों की स्थापना के बाद विकासात्मक कार्यों से प्रभावित होकर नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि जिले के डब्बामरका पुलिस शिविर में जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को 33 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से तीन नक्सलियों के सिर पर एक—एक लाख रूपए का इनाम है।
पुलिस (Police) अधीक्षक शर्मा ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को राज्य शासन की पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। बस्तर रेंज के पुलिस (Police) महानिरीक्षक सुंदरराज पी. के नेतृत्व में संचालित नक्सल विरोधी मुहिम के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में कैंप खुलने से पानी, बिजली, शिक्षा, चिकित्सा, दूरसंचार और शासकीय भवनों के निर्माण में तेजी आई है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का कहना है कि विकास की संभावनाओं को देखते हुए वह नक्सलवादी रास्ते को त्यागकर विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं।