CG News-रायपुर. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में युवक की हत्या मामले में कई चौकाने वाली जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि मृतक ओमप्रकाश साहू आईडी लेकर महादेव ऐप के जरिये ऑनलाइऩ सट्टा खिलवाता था. इसी के चलते उस पर 30 लाख रूपये की वसूली पेडिंग थी. इस मामले में 4 आरोपी सद्दाम को महासमुंद सिंघोरा, रजनीश पांडे और अनुज कुमार को नागपुर व आशीष तिवारी शामिल है. आशीष की निशानदेही पर ही मृतक ओमप्रकाश की लाश इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित पानी से भरी खदान से बरामद की गई.
सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि मृतक ओमप्रकाश की हत्या की सुपारी दुबई से दुर्ग जेल की बैरक नंबर 24 में बंद सद्दाम, आशीष तिवारी और रजनीश पांडे को 10 लाख रूपये में 30 लाख वसूलने दी गई थी. सूत्रों के मुताबिक बताया ये भी जा रहा है कि महादेव ऐप के संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल का मैनेजर नंदकिशोर टावरी उर्फ नंदू सेठ पिछले रविवार रायपुर के माना इलाके में स्थित एक निजी फार्म हाउस में देखा गया था. इस दौरान उसने ऐप से जुडे लोगो से मुलाकात भी की थी. नंदू सेठ के बारे में बताया जा रहा है कि वो वो कलकत्ता में बैठकर पूरे देश में ऐप को ऑपरेट करता है.
सबसे ज्यादा वसूली छत्तीसगढ़ में बाकी होने की वजह से नंदू सेठ रायपुर आय़ा था, जिसके बाद 31 मई को शाम 7 बजे से ओमप्रकाश साहू गायब हुआ था और फिर दो दिन बाद उसकी लाश मिली. मास्टरमाइंड आशीष तिवारी के बारे में बताया जा रहा है कि वो रीवा मध्यप्रदेश का रहने वाला है और पिछले दिनो अपने साथियो के साथ लूट के आरोप में जेल से छुटा है. गिरफ्तार आरोपी सद्दाम के मोबाइल की जांच में भी कई चौकाने वाले तथ्य सामने आये है जिसमें कई पुलिसकर्मियो के मोबाइल नंबर मिले है जो जिनके संपर्क में सद्दाम था.
फिलहाल दुर्ग पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड के चार आरोपियो सद्दाम को महासमुंद के सिंघोरा, रजनीश पांडे और अनुज कुमार को नागपुर और आशीष तिवारी को भिलाई से गिरफ्तार किया है और पुछताछ में जुटी है.