CG serial killer Udayan रायपुर। चर्चित सीरियल किलर उदयन दास को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। कुल 21 लोगों की गवाही के बाद ये सजा रायपुर जिला कोर्ट के विशेष न्यायाधीश एचएस टेकाम की कोर्ट ने सुनाई है। आरोपी ने अपने माता पिता की हत्या 2010 में कर घर के गार्डन में शव को दफना दिया था।
मालूम हो कि उदयन दास गर्लफ्रेंड की हत्या मामले में पश्चिम बंगाल की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। उदयन ने 2016 में अपनी प्रेमिका आकांक्षा शर्मा की मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित घर में ही हत्या कर दी थी। बाद में उसने उसके शव को एक बॉक्स में रखकर बेडरूम के अंदर गाड़ कर उस पर कांक्रीट का चबूतरा बना दिया था। बंगाल के बांकुड़ा की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उम्र कैद की सजा 2020 में सुनाई थी।
वहीँ, रायपुर में माता पिता की हत्या कर उनके शव को डीडी नगर स्थित अपने घर के ही गार्डन में दफना दिया था। इस मामले में रायपुर जिला कोर्ट ने आज फैसला सुनाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
जानिए क्या था मामला
उदयन दास के पिता सरकारी प्रतिष्ठान भेल में नौकरी करते थे, जबकि उसकी मां भोपाल में सरकारी विभाग में डेटा विश्लेषक के रूप में काम करती थीं। उनके पास रायपुर, दिल्ली और भोपाल में तीन घर थे। दास 2007 में, एक सामाजिक नेटवìकग पोर्टल के माध्यम से आकांक्षा शर्मा के संपर्क में आया और उसने शर्मा को बताया कि वह अमेरिका में कार्यरत है। आकांक्षा शर्मा, बंगाल के बांकुड़ा जिले की मूल निवासी थी, जिसने जून 2016 में अपने माता-पिता का घर छोड़ दिया था और दिल्ली में उदयन से मिली थी। इसके बाद दोनों भोपाल पहुंचे और लिव इन रिलेशन में रहने लगे। बाद में उदयन की असलियत उजागर होने पर उनके रिश्ते में खटास आ गई। इसके बाद 27 दिसंबर, 2016 को उदयन ने आकांक्षा की हत्या कर दी। पुलिस ने उदयन को दो फरवरी, 2017 को भोपाल के साकेत नगर इलाके में उसके घर के पास से गिरफ्तार किया। हत्या का पता तब चला जब दिसंबर में शिकायत दर्ज होने के बाद बंगाल पुलिस की एक टीम आकांक्षा शर्मा की तलाश में भोपाल गई थी। इसके बाद उदयन पकड़ा गया।
आकांक्षा जहां दफन हुई उदयन ने उसपर चबूतरा बना दिया। बाद में पुलिस ने शव को छह घंटे की मशक्कत के बाद चबूतरे को तोड़कर निकाला। आकांक्षा अपने एक दोस्त से फोन पर अक्सर बात करती थी। यह बात उदयन को नागवार गुजरती थी। 14 जुलाई 2016 की रात आकांक्षा और उदयन के बीच जमकर बहस हुई थी। आकांक्षा सो गई, लेकिन उदयन रातभर जागता रहा। मारने की प्लानिंग करता रहा। 15 जुलाई की सुबह वह आकांक्षा के सीने पर बैठ गया और तकिए से उसका तब तक मुंह दबाता रहा, जब तक कि उसकी सांसें नहीं थम गईं। इसके बाद भी उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ। उसने हाथ से उसका गला घोंट दिया।
बता दें, बांकुरा पुलिस ने उदयन के खिलाफ 30 अप्रैल 2017 को केस डायरी समेत करीब 600 पेज की चार्जशीट अदालत में पेश की थी। 19 गवाहों के बयान और सभी साक्ष्यों के आधार पर उसे उम्र कैद की सजा मिली थी।
इससे पहले दास ने अपने माता-पिता बीरेंद्र दास और इंद्रानी दास की भी कथित तौर पर हत्या कर दी थी। इन तीनों हत्याओं के बाद लोग उदयन दास को ‘सीरियल किलर’ बोलने लगे थे। अपने मां-बाप की हत्या की थी और अपने रायपुर वाले मकान में उन्हें दफन कर दिया था। पुलिस उदयन को भोपाल से रायपुर ले गई और मकान की खुदाई कर हड्डियां बरामद किया है। पुलिस ने हड्डियों को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा है। पुलिस ने बताया कि उदयन ने मां-बाप की हत्या सिर्फ इसलिए की थी क्योंकि वो उसे नशा और फिजूल खर्च करने से रोकते थे।