Chandra Grahan on Holi 2024/: हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण का विशेष महत्व होता है. इस बार साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण होली पर लगने जा रहा है. हालांकि, यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, ऐसे में सूतक काल मान्य नहीं होगा. यह चंद्र ग्रहण केतु के कारण बन रहा है.
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, इस दिन चंद्रमा कन्या राशि में रहने वाले हैं. ऐसे में कन्या राशि में केतु और चंद्रमा की युति होगी, जिसका असर किसी न किसी तरह 12 राशियों पर जरूर पड़ सकता है. चंद्रग्रहण का प्रभाव एक महीने तक रहता है.Chandra Grahan on Holi 2024
ज्योतिष शास्त्र द्वारा, चंद्रग्रहण के दौरान किसी भी तरह का कोई शुभ काम करने की मनाही होती है. ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक होता है. ऐसे इसका अशुभ असर गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ सकता है. इसलिए चंद्रग्रहण के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है.Chandra Grahan on Holi 2024
चंद्र ग्रहण का दिन हिंदू धर्म में बेहद अशुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान ज्यादा से ज्यादा पूजा-पाठ और पुण्य कर्म करते रहना चाहिए. इस बार साल का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च फाल्गुन पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है, जिसको लेकर ज्योतिष शास्त्र में कई सारे नियमों के बारे में बताया गया है. वहीं, इस दिन प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी जरूरी बातें बताई गई हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी है.
हिंदू पंचांग के अनुसार, साल का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च, 2024 फाल्गुन पूर्णिमा के दिन लग रहा है. बता दें, चंद्र ग्रहण की अवधि 25 मार्च सुबह 10 बजकर 24 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 01 मिनट तक रहेगी. ऐसे में कुल 4 घंटे और 36 मिनट तक चंद्रग्रहण रहने वाला है. इस काल में वैदिक मंत्रों का जाप करते रहना है.
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर के अंदर रहने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसकी नकारात्मक शक्तियों का असर बच्चे पर पड़ता है.
चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी नुकीली चीज जैसे – कैंची, चाकू आदि का इस्तेमाल से बचना चाहिए.
इस समय कुछ भी खाने से बचना चाहिए. हालांकि, गर्भवती महिलाएं जरूरत पर फल, जूस आदि का सेवन कर सकते हैं.
घर की खिड़कियों को मोटे पर्दों से ढक दें, ताकि ग्रहण की नकारात्मक किरणें घर में प्रवेश न करें.
ग्रहण से पहले बने हुए भोजन का इस्तेमाल न करें. ग्रहण काल खत्म होने के बाद पानी में गंगाजल मिलाकर पवित्र स्नान करें.
इस दौरान गर्भवती महिलाएं मन में भगवान शिव और विष्णु जी का ध्यान करती रहें. ग्रहण के दौरान सोने से परहेज करें. सभी खाने और पीने की चीजों में तुलसी पत्र डाल दें.