विशेष संवादाता, रायपुर
भाजपा की खुफिया बैठ संपन्न होने से पहले चर्चा में है। भूपेश सरकार को घेरने की रणनीति और मिशन- 2023 के लिए रणनीति बनाने जुटी प्रदेश बीजेपी की गोपनीय बैठक से कई दिग्गज दूर रहे। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में करीब 50 वरिष्ठ पार्टी नेता और संगठन के पदाधिकारी शामिल होने थे। लेकिन बताते हैं कि इस छत्तीसगढ़ bjp की गुप्त बैठक में पूर्व मंत्री राजेश मूणत, अमर अग्रवाल और प्रेमप्रकाश पांडेय को आमंत्रित ही नहीं किया गया। बैठक में विधायकों-सांसदों को भी शामिल किया जाना था परंतु आदिवासी नेता और सांसद मोहन मंडावी को भी नहीं बुलाया गया है।
इस बैठक में बनने वाली रणनीति के आधार पर भूपेश सर्कार को घेरने के लिए मंथन और नेताओं को जोड़ना था। लेकिन तय संख्या से काम ही वरिष्ठों को शामिल किया गया है। ऐसे में कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोलने और एकजुटता की बजाये बैठक से बहार किये गए पार्टी नेताओं में नाराज़गी है। तत्संबंध में सांसद मंडावी से मोबाइल पर संपर्क किया गया पर वो उपलब्ध नहीं हुए। उन्हें बैठक सम्बन्धी सवाल का जवाब भी चाहा गया पर खबर लिखते तक कोई जवाब नहीं आया।
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से आमतौर पर इस तरह की बड़ी बैठकों की जानकारी सार्वजनिक की जाती है। सोच-समझकर रायपुर से बाहर बैठक की गई। जिनमें प्रदेश के टॉप लीडर्स के अलावा बाहर से आए संगठन के नेता हैं। इस बैठक को लेकर किसी भी तरह की जानकारी आधिकारिक तौर पर नहीं दी गई है। यहां तक की बैठक की तस्वीरें भी लेने से मीडिया को मनाही है। पार्टी के बड़े नेता इस बैठक को सामान्य बैठक बता रहे हैं।