रायपुर. छत्तीसगढ़ में शराब प्रेमियों की लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है. आबकारी विभाग से जुड़े अधिकारियों और कारोबारियों के यहां ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के छापे की वजह से हफ्तेभर से देसी शराब की सप्लाई बंद हो गई है. आलम यह है कि प्रदेश के अधिकांश देसी शराब दुकानों में एक-दो दिन में पूरी तरह सूखा पड़ने की बात सामने आ रही है.
छत्तीसगढ़ में पिछले हफ्ते ईडी की टीम ने आबकारी विभाग के विशेष सचिव एपी त्रिपाठी, एडीओ जनार्दन कौरव, शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया, बलदेव सिंह भाटिया, केडिया डिस्टलरी के फतेहपुरिया सहित कई और कारोबारियों के यहां छापेमारी की थी. इसके बाद ईडी दफ्तर में अलग-अलग पूछताछ भी चल रही है. इस वजह से देसी शराब की दुकानों में सप्लाई प्रभावित हुई है. विशेष सचिव त्रिपाठी के पास यह जिम्मेदारी होती थी. त्रिपाठी जांच का सामना कर रहे हैं, इसलिए विभाग के दूसरे कामकाज प्रभावित हो रहे हैं. मैदानी क्षेत्रों में भी कई अफसर नियमित रूप से दफ्तर नहीं आ रहे हैं. बता दें कि छत्तीसगढ़ में हर दिन लाखों रुपए की शराब बिकती है. देसी शराब दुकानों में सबसे ज्यादा भीड़ होती है.
आबकारी विभाग के सूत्रों के मुताबिक रेट कांट्रैक्ट नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति बनी. हर साल शासन और डिस्टलर्स के बीच रेट कांट्रैक्ट होता है. 29 मार्च को छापा पड़ा, इसलिए रेट कांट्रैक्ट में देरी हुई. अब रेट कांट्रैक्ट हो चुका है. रेट में कोई वृद्धि नहीं हुई है. एक-दो दिन में सप्लाई शुरू हो जाएगी.