Chhattisgarh Polytics: रायपुर। दुर्ग सांसद विजय बघेल को एकाएक दिल्ली से बुलावा आने से उनके केंद्रीय मंत्री बनने की अटकलें फिर तेज हो गई है। उनके पास आज दिल्ली से फोन तब आया, जब वे पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बेटे की शादी समारोह में हिस्सा लेने बिलासपुर गए थे। फोन आने पर वे शादी छोड़ बिलासपुर से ही फ्लाइट पकड़कर दिल्ली रवाना हो गए। इस समय वे वे दिल्ली में हैं और उनके समर्थक दावा कर रहे हैं कि विजय बघेल का केंद्रीय मंत्री बनना लगभग फायनल हो गया है। हालांकि, कल से लोकसभा का बजट सत्र प्रारंभ हो रहा है और 1 फरवरी को बजट पेश होगा। ऐसे समय मंत्रिमंडल का पुनर्गठन नहीं होता। सियासी पंडितों को भी यही मानना है मगर दिल्ली से अचानक बुलावा आया है तो कोई तो बात होगी।
वैसे भी विजय बघेल केंद्रीय मंत्री के प्रबल दावेदार हैं। एक तो वे दुर्ग से आते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनकी पुरानी प्रतिद्वंद्विता है। वे एक बार विधानसभा चुनाव में उन्हें हरा भी चुके हैं। पिछला लोकसभा चुनाव भी विजय बघेल तीन लाख से अधिक वोटों से जीते थे। खासकर, राज्य सरकार द्वारा ओबीसी का 27 परसेंट आरक्षण करने के बाद भाजपा को भी इसका जवाब देने बीजेपी को ओबीसी कार्ड खेलने की मजबूरी हो गई है। हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, दोनों ओबीसी से हैं। दलित वर्ग से किसी नेता को भाजपा ने अभी तक कोई पद नहीं दिया है। इस लिहाज से सांसद गुहराम अजगले के नाम से इंकार नहीं किया जा सकता। केंद्रीय मंत्री बनने के लिए उनक नाम भी चर्चा में था और पलड़ा भारी भी लग रहा है। मगर विजय बघेल को जिस ढंग से दिल्ली बुलाया गया है, उनके केंद्रीय मंत्री बनने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।