टीआरपी डेस्क
खड़गे-थरूर की किस्मत बैलेट बॉक्स में बंद:9500 डेलिगेट्स ने वोट डाले; थरूर बोले- इतिहास याद रखेगा हम खामोश नहीं थे। वोटिंग खत्म होने के बाद चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि 9900 में से 9500 डेलिगेट्स ने वोट डाले। किसी भी राज्य से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। सभी राज्यों से 18 अक्टूबर को बैलेट बॉक्स आएगा। 19 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी।
कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए आखिरी बार साल 1998 में वोटिंग हुई थी। तब सोनिया गांधी के सामने जितेंद्र प्रसाद थे। सोनिया गांधी को करीब 7,448 वोट मिले, लेकिन जितेंद्र प्रसाद 94 वोटों पर ही सिमट गए। सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने पर गांधी परिवार को कभी कोई चुनौती नहीं मिली।
प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम मतदान शुरू होने से पहले राजीव भवन पहुंच गए। प्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा, 24 साल बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस के डेलीगेट्स में जबरदस्त उत्साह है। गुप्त मतदान होना है, जिसको जो प्रत्याशी पसंद होगा उसे वोट देगा। जो चुना जाएगा वह सबका अध्यक्ष होगा।
खड़गे-थरूर की किस्मत बैलेट बॉक्स में बंद:9500 डेलिगेट्स ने वोट डाले; थरूर बोले- इतिहास याद रखेगा हम खामोश नहीं थे। वोटिंग खत्म होने के बाद चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि 9900 में से 9500 डेलिगेट्स ने वोट डाले। किसी भी राज्य से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। सभी राज्यों से 18 अक्टूबर को बैलेट बॉक्स आएगा। 19 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी।
वोटिंग से पहले राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों में शशि थरूर को पोलिंग एजेंट्स नहीं मिले। कांग्रेस ने इसके बाद नियमों में बदलाव किया और उन्हें पोलिंग एजेंट्स उपलब्ध कराए गए। कांग्रेस संविधान के मुताबिक वोट डालने वाले डेलिगेट्स ही पोलिंग एजेंट होते हैं। इसी बीच, शशि थरूर ने एक ट्वीट में लिखा है- कुछ लड़ाइयां हम इसलिए भी लड़ते हैं कि इतिहास याद रख सके कि वर्तमान खामोश नहीं था।