Dehydration Home Remedies: अब गर्मी की दस्तक सुनाई देने लगी है।साथ ही आ गया है परीक्षाओं का मौसम भी। इस वक्त जिन तकलीफ़ों का डर होता है उनमें सबसे आम है डिहाइड्रेशन। क्योंकि खासकर बच्चे पानी पीने को लेकर लापरवाह होते हैं। और अगर कहीं डायरिया हो जाए तो कई बार मामला संभाले नहीं संभलता। शरीर से पानी इतना निकल जाता है कि यूं लगता है जैसे शरीर में जान ही नहीं बची।और फिर ऐसा भी नहीं है कि यह परेशानी सिर्फ़ बच्चों को होती है। किसी भी उम्र का व्यक्ति इससे प्रभावित हो सकता है। ऐसे में अगर आपको खुद को या अपनों को डिहाइड्रेशन होने के संकेत मिलें तो तुरंत सचेत हो जाइए। खानपान में कुछ चीज़ें शामिल करेंगे तो समस्या विकट नहीं हो पाएगी। आइए जानते हैं कि इस स्थिति में कौन से फूड आइटम आपकी हेल्प कर सकते हैं। उससे भी पहले जान लेते हैं डिहाइड्रेशन क्यों हो जाता है और क्या हैं इसके लक्षण।
क्यों होता है डिहाइड्रेशन, क्या हैं लक्षण
डिहाइड्रेशन या निर्जलीकरण यानी शरीर में पानी की कमी होना। डिहाइड्रेशन कई कारणों से हो सकता है, जैसे कम पानी पीना, तेज़ बुखार, दस्त, जिम में अधिक कसरत करते अधिक पसीना निकलना आदि। फिर अगर आपको दस्त लग रहे हैं तो शरीर में पानी की कमी होनी ही है।ऐसे में जो लक्षण दिखाई देते हैं उनमें चक्कर आना, बेहोशी, अत्यधिक प्यास लगना, पेशाब ना आना या बहुत गहरे पीले रंग का पेशाब होना, दिल का तेजी से धडकना, ऊर्जा में कमी, होंठ सूखना आदि शामिल हैं। ऐसे में तुरंत सचेत हो जाएं। तात्कालिक रूप से घरेलू उपाय करें और स्थिति बिगड़ती लगने पर अस्पताल जाएं। आप इन चीज़ों का सेवन कर सकते हैं।
पानी
सबसे पहली बात, ऐसी स्थिति बनने पर लगातार पानी पीते रहना बहुत ज़रूरी है।
हमारे शरीर को 70 प्रतिशत पानी की जरूरत होती है, इसलिए सबसे पहले पानी की मात्रा को बढ़ाना चाहिए। अगर घर में ओआरएस (ORS) है तो बहुत बढ़िया, नहीं है तो शक्कर और चुटकी भर नमक डालकर पानी पिएं। इससे स्थिति गंभीर न होने देने में मदद मिलेगी।
छाछ
छाछ यानि मठा या बटरमिल्क, एक प्राकृतिक प्रोबायोटिक है और डिहाइड्रेशन से लड़ने के लिए घर में सरल – सहज रूप से उपलब्ध तरीका है। यह पोटैशियम और मैग्नीशियम से समृद्ध होता है। डिहाइड्रेशन और डायरिया जैसी पेट की परेशानी से छुटकारा दिलाने में यह बहुत मदद करता है। इससे पेट को ठंडक मिलती है और शरीर से जो पानी निकल गया है, उसकी भरपाई भी होती है।
केला
डिहाइड्रेशन का एक प्रमुख कारण शरीर में पोटैशियम की कमी होना भी है। केले में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है और शरीर में इसकी मात्रा को संतुलित करने व डिहाइड्रेशन के इलाज में केला सहायता कर सकता है।
गन्ने का जूस
गन्ने के जूस में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन जैसे तत्व होते हैं। डिहाइड्रेशन होने पर इन्हीं सब की कमी से शरीर की हालत खस्ता हो जाती है। इसलिए आप सफाई का विशेष ख्याल रखते हुए गन्ने का जूस लाएं और पानी मिलाकर उसे मात्रा में डबल कर लें। अब पीड़ित व्यक्ति को दें।जल्दी आराम मिलेगा।
नारियल पानी
नारियल पानी सोडियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत है। इसलिए डिहाइड्रेशन के इलाज का यह बहुत अच्छा उपाय है।
सौंफ का पानी
आप सौंफ का पानी भी पी सकते हैं। इसके लिए एक छोटा चम्मच सौंफ को एक लीटर पानी में अच्छी तरह उबाल लेना है। फिर छानकर, ठंडा करके थोड़ी मात्रा में दिन में तीन-चार बार पीना है।
दही
डिहाइड्रेशन की स्थिति में शरीर तेज़ी से कमज़ोर होता है। ऐसे में दही का सेवन बेहद लाभकारी होता है। आप थोड़ी खिचड़ी या दाल-चावल के साथ दही का सेवन करें। नमक और भुने हुए जीरे के साथ इसे लेंगे तो और फायदा होगा। खिचड़ी – दही साथ में लेने से शरीर की ताकत भी लौटेगी।