नई दिल्ली। दिल्ली में स्मॉग की चादर मंगलवार को और मोटी हो गई। वायुमंडल में ऊपरी स्तर पर छाए आंशिक बादलों के चलते प्रदूषक कणों का बिखराव भी धीमा पड़ गया है। 21 इलाकों का एक्यूआई 400 पार हो भी चुका है। दिल्ली और एनसीआर के वायुमंडल में इस समय सामान्य से तीन गुने से भी ज्यादा प्रदूषण मौजूद है।
मंगलवार को दिल्ली में सुबह से ही स्मॉग की मोटी परत देखने को मिली। इसके चलते दिन भर में भी बहुत कम समय धूप निकली। हवा की रफ्तार काफी कम है तो प्रदूषक कणों का विसर्जन भी थमा हुआ सा है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली का एक्यूआई 397 रहा। इस स्तर की हवा को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा जाता है, लेकिन यह गंभीर श्रेणी से सिर्फ चार अंक नीचे है।
सामान्य से तीन गुना ज्यादा प्रदूषण
एक दिन पूर्व यानी सोमवार को यह एक्यूआई 358 था। चौबीस घंटों के भीतर इसमें 39 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली के 21 इलाकों की हवा 400 पार एक्यूआई के साथ ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच चुकी है। दिल्ली और एनसीआर के वायुमंडल में इस समय सामान्य से तीन गुने से भी ज्यादा प्रदूषण मौजूद है।
सीपीसीबी के मुताबिक मंगलवार की शाम को चार बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर 333 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और प्रदूषक कण पीएम 2.5 का स्तर 218 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा। हवा में पीएम 10 का स्तर 100 से कम और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्यकारी माना जाता है। इस हिसाब से दिल्ली-एनसीआर की हवा में मानकों से तीन गुने से भी ज्यादा प्रदूषण मौजूद है।
दिन भर बंद रहे सीपीसीबी के 31 निगरानी स्टेशन
सीपीसीबी का एक्यूआइ 40 निगरानी स्टेशनों से मिले आंकड़ों के आधार पर तैयार किया जाता है। लेकिन मंगलवार को 31 स्टेशन शाम चार बजे तक तकनीकी बंद पड़ रहे। इसके बाद ही चालू हो पाए। ऐसे में एक्यूआइ की सटीकता पर भी सवालिया निशान लग गया है।
दृश्यता का स्तर भी हुआ प्रभावित
स्माग के चलते दिल्ली में दृश्यता का स्तर भी प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक सुबह के सात से आठ बजे के बीच सफदरजंग और पालम में दृश्यता का स्तर 500 मीटर तक रह गया था। सामान्य तौर पर इसे दो हजार मीटर पर रहना चाहिए।