Dhanbad School Girls Shirt Case: धनबाद जिले के एक निजी स्कूल में 10वीं की छात्राओं को शर्ट उतारने की सजा देने के मामले में जिला प्रशासन ने अपनी जांच रिपोर्ट पेश कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, जांच में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं पाया गया है।
जांच में क्या निकला?
जांच टीम के प्रमुख और उपविभागीय मजिस्ट्रेट तजेश कुमार ने बताया कि इस मामले में छात्रों के अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन दोनों का पक्ष सुना गया। इसके साथ ही माता-पिता ने टीम के साथ सीसीटीवी फुटेज भी देखी। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि जांच में अभी तक ऐसा कुछ नहीं मिला है जिसे आपत्तिजनक माना जाए। हालांकि, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण और बाल कल्याण समिति की ओर से जांच प्रक्रिया अभी भी जारी है।
क्या था मामला?
घटना धनबाद के जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित स्कूल की है। 10 जनवरी को 10वीं की 100 छात्राओं ने स्कूल के आखिरी दिन को यादगार बनाने के लिए एक-दूसरे की शर्ट पर शुभकामनाएं और संदेश लिखे। स्कूल की प्रधानाचार्य ने इस पर आपत्ति जताई और छात्राओं को शर्ट दोबारा पहनने से मना कर दिया। छात्राओं को ब्लेजर पहनकर घर भेजा गया, जिससे वे परेशान होकर घर पहुंचीं।
अभिभावकों ने की कार्रवाई की मांग
छात्राओं की शिकायत पर अभिभावकों ने उपायुक्त से मुलाकात कर प्रधानाचार्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद प्रशासन ने उपविभागीय मजिस्ट्रेट की अगुवाई में जिला शिक्षा अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी और पुलिस अधिकारियों की एक टीम गठित की।
अब आगे क्या?
फिलहाल इस मामले में जिला प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अनुचित घटना से इनकार किया है, लेकिन जांच पूरी होने तक अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता। ध्यान रहे, यह मामला अब भी बाल कल्याण समिति और अन्य संबंधित विभागों की निगरानी में है।