टीआरपी डेस्क
अंबिकापुर। सरगुजा संभाग के 2 बड़े मंत्रियों के बीच खींचतान की खबरें तो कांग्रेसी गलियारे में आम हैं। कमोबेश बड़े सियासी दलों में ऐसी नूरा-कुश्ती देखने में आती ही हैं। लेकिन ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि जब दो कद्दावर मंत्री सार्वजनिक तौर पर एक दूसरे से अलग-थलग नजर आएं। ऐसा ही नज़ारा छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के अंबिकापुर में कल गुरुवार को मां महामाया एयरपोर्ट में ट्रायल लैंडिंग के दौरान सामने आया। जब कांग्रेस के दो मंत्रियों के बीच गुटबाजी सार्वजनिक होते दिखाई दी।
दरअसल सरगुजा हवाई पट्टी पर ट्रायल लैंडिंग के दौरान संभाग के दोनों मंत्री पहुंचे थे। कुछ समय बाद तीसरे मंत्री शिव डहरिया भी पहुंचे, जहां वे दोनों नेताओं की गुटबाजी दूर करने की जद्दोजहद करते रहे। मंत्री डहरिया ने इसी कोशिश में ऐसा जवाब सुना की सकपका गए। वहां स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव अलग अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़े थे, जबकि दूसरी तरफ खाद्य मंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री प्रशासनिक अफसरों के साथ थे।
ऐसे में मंत्री डेहरिया ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव को अपने पास आने कहा, पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि आप प्रशासन के तरफ से हैं और हम लोग आम जनता की तरफ से। ऐसे में खाद्य मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच असमंजस में फंसे मंत्री डेहरिया कुछ समय के लिए स्वास्थ्य मंत्री के पास तो गए, लेकिन खाद्य मंत्री अमरजीत भगत स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के पास नहीं गए।
इतना ही नहीं जब एयरक्राफ्ट के पास तीनों मंत्री पहुंचे तो यहां भी स्वास्थ्य मंत्री और खाद्य मंत्रीदूर-दूर नजर आये। मौका था अंबिकापुर के मां महामाया दरिमा एयरपोर्ट में टेस्ट लैंडिंग का, जिसके लिए कई साल से सरगुजा की जनता, जनप्रतिनिधि और प्रशासन के लोग इंतजार कर रहे थे, मगर जब कांग्रेस के 2 बड़े मंत्रियों के बीच गुटबाजी सार्वजनिक हुई तो टेस्ट लैंडिंग से ज्यादा चर्चा दोनों मंत्रियों के गुटबाजी की होती रही।
हालांकि जब फ्लाइट में टेस्ट राइटिंग की स्थिति बनी, तब तीनों मंत्री और कलेक्टर ने उड़ान भरी, मगर जिस तरह से स्वास्थ्य मंत्री और खाद्य मंत्री की खींचतान सार्वजनिक तौर पर भी नजर आने लगी है, तो इसे देखकर कहा जा सकता है कि सरगुजा कांग्रेस में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। आने वाले चुनाव में भी इसका साफ असर देखा जा सकता है, जो मंत्रियों के बीच की गुटबाजी के बीच मंत्री श्री डेहरिया असमंजस की स्थिति में नजर आए, और ज्यादातर समय उन्होंने खाद्य मंत्री के साथ ही व्यतीत किया।