रायपुर. छत्तीसगढ़ में नागरिक आपूर्ति निगम, चिटफंड घोटाले और पनामा पेपर की जांच की मांग को लेकर बुधवार को कांग्रेस नेताओं ने ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के दफ्तर का घेराव किया. इस प्रदर्शन में मेयर एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे, जिलाध्यक्ष गिरीश दुबे के साथ-साथ खनिज निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन और श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल भी पहुंचे. रात 9 बजे तक कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता डटे रहे. गुरुवार को भी धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
कोयला परिवहन में कथित घोटाले के आरोपों को काल्पनिक बताते हुए कांग्रेस ने आज राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा की. इसके बाद शहर अध्यक्ष दुबे, मेयर ढेबर सहित बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ता नान, चिटफंड और पनामा पेपर घोटाले की जांच की मांग को लेकर डीजे लेकर ईडी दफ्तर के बाहर पहुंच गए. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात थी. उन्होंने कांग्रेस के लोगों को रोका. इसके बाद कांग्रेसी धरने पर बैठ गए.
शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे ने ईडी के अधिकारियों पर एकपक्षीय कार्यवाही करने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्र सरकार के इशारों पर ईडी कांग्रेस के नेताओं को परेशान कर रही है. यदि कांग्रेस के नेताओं पर जांच के दौरान कुछ साक्ष्य पाया गया है तो उसे सार्वजनिक किया जाए. आधा दर्जन छापा मारने के बाद भी कांग्रेस के नेताओं से कुछ नहीं मिला. ईडी सिर्फ कांग्रेस की स्थिर सरकार को परेशान करने का कार्य कर रही है.
मेयर ढेबर ने कहा कि रमन सिंह के पास 2008 के समय 1.07 करोड़ की संपत्ति थी, जो 2018 में बढ़कर 10.18 करोड़ की हो गई. रमन सिंह ने ऐसा कौन सा व्यापार किया, जिससे उनकी संपत्ति 10 गुना बढ़ गई? इस बात की जांच होनी चाहिए।
शहर प्रवक्ता बंशी कन्नौजे ने बताया कि ईडी के अधिकारियों को जगाने के लिए उनके कार्यालय के सामने देशभक्ति गीत बजाया गया ताकि एकपक्षीय कार्यवाही कर रही ईडी के अधिकारी जागें और भाजपा सरकार में हुए पनामा पेपर, चिटफंड और नान घोटाले की जांच भी करें.
शहर कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने हाथों में चूड़ी लेकर प्रदर्शन किया और केंद्र की भाजपा सरकार व ईडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.