रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोयले के कारोबार के खुलासे के बाद से ही गिरफ्तार कर जेल भेजे गए IAS समीर विश्नोई के परिजनों ने उनके खाते से पैसे निकालने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी थी। इस पर विचार करते हुए कोर्ट ने उनके स्टेट बैंक के खाते से पैसा निकालने की अनुमति दे दी है। इस खाते से परिजन चेक के जरिये पैसा निकाल सकेंगे।
इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा कोयले के बाद अब शराब के कारोबार को पूरी तरह खंगाला जा रहा है। आबकारी भवन में आधी रात को छापे के बाद ED ने लगभग 31 घंटे बाद अपनी कार्रवाई पूरी की। अधिकारी कई बोरों में आबकारी के दस्तावेज भरकर अपने साथ ले गए। इस दौरान जो भी संदेहास्पद चीजें हाथ लगी हैं, उनके बारे में ED के अधिकारी और भी तथ्य खंगाल रहे हैं।
जानकारी यह सामने आ रही है कि राज्य में अलग-अलग कंपनी की शराब की सप्लाई तो की जा रही है, मगर सभी की बॉटलिंग एक ही जगह पर कैसे है। इस बात को लेकर इसे लेकर ईडी ने आबकारी विभाग से जानकारी मांगी है। आबकारी भवन में छापे के दौरान विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को रात के वक्त ही बुलवाया गया था। साथ ही कई शराब कारोबारियों को समंस भेजकर तलब किया गया। इन सभी के सामने ही आबकारी के दस्तावेज खंगाले गए और उनकी जब्ती की गई।
ED द्वारा पेश मामले की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई के दौरान सौम्या चौरसिया और सूर्यकांत तिवारी स्वास्थ्यगत समस्या बताकर लगातार अनुपस्थित चल रहे थे। इस पर ED के वकील ने आपत्ति जताई और दोनों की मेडिकल रिपोर्ट जेल से मंगाने का अनुरोध किया। कोर्ट ने यह अर्जी मंजूर करते हुए कहा है कि जेल में बंद सभी 9 आरोपियों को अब 29 अप्रैल को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वीसी से उनकी सुनवाई नहीं होगी। जेल से दोनों की मेडिकल रिपोर्ट भी मंगाई गई है।
कोल ट्रांसपोर्ट स्कैम और मनी लॉन्ड्रिंग केस में IAS समीर विश्नोई, उपसचिव सौम्या चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल और खनिज अधिकारी शिवशंकर नाग से जेल में पूछताछ की ED को कोर्ट से अनुमति मिल गई है। अब ED की टीम जेल में जाकर 10 से 13 अप्रैल तक इनसे पूछताछ करेगी।
ED की छापेमारी के बीच एक और कारोबारी ने ED के अधिकारियों के ऊपर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। शराब कारोबार से जुड़े इस शख्स ने ED की स्पेशल कोर्ट में अर्जी प्रस्तुत करते हुए प्रताड़ना का आरोप लगाया है। कारोबारी का आरोप है कि उसे लगातार बुलाकर पूछताछ के दौरान मारपीट की जा रही है। बताया जा रहा है कि कोर्ट ने उसकी अर्जी स्वीकार कर ली है।
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