टीआरपी डेस्क
विश्व धरोहर सिरपुर बचाने महासमुंद हाईवे स्थित खैरझिटी,कौंवाझर, मालिडीह के कृषि भूमि ,गरीबों के लायक कास्त भूमि, आदिवासी भूमि, शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगाने के विरोध में क्षेत्र के 100 गाँवों के किसानों के द्वारा 25 फरवरी 2022 से चल रहे सत्याग्रह आंदोलनरत किसानों के पण्डाल को 4 फरवरी 2023 को उखाड़ दिया गया है। किसान नेता अनिल दुबे को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें धारा 151 लगाकर महासमुंद जेल दाखिल किया गया था। जिसे लेकर क्षेत्र के किसानों और उनके समर्थकों में आक्रोश व्याप्त है।
बता दें कि उनके समर्थन में किसान 7 फरवरी को महासमुंद कलेक्ट्रेट परिसर में धरने में बैठ गए थे। सभी ने गिरफ्तार नेता अनिल दुबे की रिहाई की मांग करने में बरती जा रही लेटलतीफी से नाराज़ थे। आज 8 फरवरी को किसान नेता अनिल दुबे की रिहाई महासमुंद जेल से हो गयी । जेल के बाहर किसान परिवारों ने पहुंच कर अनिल दुबे के समर्थन में नारा लगाते हुए माला पहना कर उनका स्वागत किया।
नाराज़ समर्थकों का कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने आप को किसानों के हितैषी बताते हैं। वही महासमुंद के कलेक्टर, प्रशासनिक अधिकारी, ग्रामीण अंचल के IG पुलिस किसानों के प्रजातांत्रिक आंदोलन को बलपूर्वक दमनकारी तरीको से समाप्त कराने के लिए किसान नेता अनिल दुबे की गिरफ्तारी करते हैं। आने वाले चुनाव में उसी क्षेत्र के किसान जवाब भी देंगे। आज कांग्रेस की सरकार महासमुंद के किसानों का साथ छोड़ कर करणी कृपा उद्योग पति के साथ खड़ी है। छत्तीसगढ़ के माटि पुत्र किसानों की आवाज को दमनपूर्वक दबाया नही जा सकता ।