Green pea benefits:; सब्ज़ियां, पुलाव, कचौड़ी, कढ़ी और भी जाने क्या-क्या आप हरी मटर से बनाती होंगी। इसके लिए सर्दियों के आने का इंतज़ार करती होंगी और सर्दियों के चले जाने का अफ़सोस भी मनाती होंगी। लेकिन अनोखी मिठास वाली ये हरी मटर कितनी स्वास्थ्यवर्धक है, इसका अंदाज़ा आपको शायद न हो। मटर में पर्याप्त मात्रा में आयरन, जिंक,फास्फोरस, फोलेट, प्रोटीन, मैंगनीज, कॉपर और विटामिन A, K और C भी होते हैं। साथ ही इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैं जो इम्यूनिटी बूस्ट करते हैं। और तो और आप इससे बेहतरीन फेस स्क्रब भी बना सकती हैं। आइए जानते हैं इसके अन्य फायदे।
हड्डियों के स्वास्थ्य के लिये उपयोगी
हरी मटर में प्रोटीन के साथ ही विटामिन-के की भरपूर मात्रा होती है,जो हड्डियों की बीमारियों से बचाने में सहायक होती है। हरी मटर में पाया जाने वाला सेलेनियम नाम का तत्व अर्थराइटिस की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है।
मांसपेशियों को मिलती है मजबूती
हरी मटर का सेवन आपको पालक से भी ज्यादा प्रोटीन देता है। मटर में 5 ग्राम प्रोटीन होता है। प्रोटीन मांसपेशियों की ताकत को बढ़ाता है।साथ ही यह आपको एनर्जेटिक भी रखता है।
ब्यूटी पर्पज़ के लिए करें ऐसे इस्तेमाल
मटर के दानों का दरदरा पेस्ट त्वचा के लिए बेहतरीन स्क्रब है।आप इसे कच्चा पीसकर चेहरे पर स्क्रब की तरह मसाज कर सकती हैं। इससे डेड स्किन रिमूव होगी। आपकी त्वचा को पोषण मिलेगा और चेहरा बेदाग होगा। धीरे-धीरे चेहरे की चमक बढ़ जाएगी इसके अलावा इसका इस्तेमाल चेहरे की झाइयों को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। मटर के पेस्ट को चेहरे पर लगाकर आधे घंटे के बाद धो लें। प्रतिदिन इस प्रयोग को करें। झाइयां हल्की होंगी। साथ ही हरी मटर को नियमित खाने से आप लंबे समय तक जवां नजर आते हैं और बढ़ती उम्र का असर जल्दी दिखाई नहीं देता।
गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद
गर्भवती महिलाओं के लिए हरी मटर काफी फायदेमंद है। साथ ही यह गर्भस्थ शिशु को भी पर्याप्त पोषण देती है। पीरियड्स के दौरान होने वाली तकलीफ़ो से छुटकारा दिलाने में भी मटर सहायक होती है।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करे
हरी मटर का नियमित सेवन कर रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल कम होने से दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
त्वचा जल जाएं तो लगाएं मटर का लेप
कई बार किचन के या अन्य किसी काम के दौरान शरीर का कोई हिस्सा जल जाता है।ऐसी स्थिति में मटर के दानों को बारीक पीस कर उसका लेप लगा लें। यह जले हुए स्थान पर ठंडक देगा और घाव को बढ़ने भी नहीं देगा।
पेट को रखे टेंशन फ्री
हरी मटर में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर रखने में मदद करता है।
स्मरण शक्ति बढ़ाने में मिलेगी मदद
बहुतों को इस बात की निराशा होती है कि वे रोजाना की छोटी-छोटी चीजें याद नहीं रख पाते, ऐसे में अगर वे हरी मटर का नियमित सेवन करें तो स्मरण शक्ति बढ़ सकती है।