IAS Chhavi Ranjan डेस्क। जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार होने के बाद झारखंड के IAS छवि रंजन को सस्पेंड कर दिया गया है। रवि रंजन 2011 बैच के आईएएस अफसर हैं और कोडरमा जिले में 2015 को उपायुक्त के तौर पर सेवा दे चुके है। 2020 में रांची के उपायुक्त रहने के दौरान उन पर जमीन घोटाले का आरोप है। इस मामले में उन्हें पिछले दिनों ईडी ने कोर्ट में पेश भी किया था।
कोर्ट ने उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया था। फैसला सुनकर IAS फफक कर रोने लगे थे।
दरअसल, रांची के एक बड़े जमीन कारोबारी और व्यवसाई विष्णु अग्रवाल के विभिन्न ठिकानों पर बीते वर्ष मार्च के महीने में हुई छापेमारी के दौरान ईडी द्वारा जप्त मोबाइल की फॉरेंसि जांच में सामने आए थे। इसमें पता चला है कि रांची के चेशायर होम रोड स्थित एक जमीन की फर्जी दस्तावेज के आधार पर की गई रजिस्ट्री को लेकर आईएएस अधिकारी छवि रंजन को करोड़ों रुपए रिश्वत के रूप में दी गई थी।
आरोप है कि आईएएस छवि रंजन ने कारोबारियों और पारिवारिक संबंधियों को लाभ पहुंचाने के लिए इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था। इसमें उन्होंने राजधानी रांची के बजरा मौजा के खाता 140 की 7.16 एकड़ जमीन की रसीद एक ही दिन में 80 साल पुरानी तारीख में कटवा दी। यहीं नहीं, पुलिस बल तैनात कर इस जमीन पर जबरन तारबंदी भी करा दी थी. इसके अलावा उन्होंने तो रांची के बरियातू रोड स्थित सेना की 4.55 एकड़ जमीन को भी फर्जी दस्तावेज के आधार पर बड़े जमीन कारोबारियों के हाथ बेचवा दिया था।
इसके बदले में उन्हें करोड़ो रुपये की रिश्वत मिली थी, जिसे उन्होंने देश की विभिन्न जगहों पर परिवार के साथ सैर सपाटे में खर्च किया था।