कांकेर। कांकेर जिले में बेटे ने पिता की पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव को भी दफना दिया, फिर लोगों को व परिवार वालों को हार्टअटैक से पिता की मौत की बात फैला दी। पिता की मौत के बाद गांव पहुंची बेटी अपने पिता के अंतिम दर्शन तक नहीं कर सकी। पिता के हत्या की आशंका पर वह लगातार कोरर थाने के चक्कर लगाती रही पर पुलिसकर्मियों ने मर्ग कायम कर जांच करना तक जरूरी नहीं समझा और बेबस बेटी को लगातार थाने के चक्कर लगावाते रहे। पीड़िता ने इसकी शिकायत जिले के उच्च अधिकारियों से की। उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू की गई और विधिवत अनुमति लेकर कब्र से बाहर निकलवाया गया। जिसके बाद मामला सामने आने पर आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर इसे गिरफ्तार किया गया है। मामला कोरर थाना क्षेत्र का है।
कांकेर जिले के कांकेर विकासखंड के कोरर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मोदे निवासी 65 वर्षीय बजरू राम पटेल की मौत हो गई थी। मौत के बाद उसके बेटे ने उसके शव को दफना दिया था और परिजनों को सूचना दे दी की हार्टअटैक के चलते उसके पिता की मौत हुई है। पिता के मौत की सूचना पर बजरु राम की बेटी 40 वर्षीय जानकीबाई पटेल पति कुंदन पटेल निवासी ग्राम पालना थाना विश्रामपुरी जिला कोंडागांव अपने मायके गांव पहुंची पर उसे उसके भाई ने बताया कि पिता की हार्टअटैक के चलते मौत हुई थी और शव को दफना दिया गया है। दफनाने से पहले किसी को सूचना नहीं देने की बात जानकी पटेल के द्वारा करने पर उसका भाई सुनील पटेल गोलमोल बातें करने लगा। जिसके बाद जानकी पटेल ने कोरर थाना में इसकी शिकायत दी। मृतक बजरु राम पटेल (65) की बेटी ने कोरर थाने में रविवार से 5 से 6 बार गई पर ना ही मर्ग कायम किया गया ना ही कोई अपराध दर्ज कर इसकी जांच की गई। जिससे आजिज आकर वह अपने चाचा के साथ 15 जून को पुलिस अधीक्षक के समक्ष शिकायत करने के लिए पहुंची।
एसपी ऑफिस पहुंचे ग्राम मोदे निवासी मृतक के भाई सोगनू राम पटेल ने बताया कि उसके भाई बजरू राम पटेल ने दो शादी की थी। पहली पत्नी से एक बेटी जानकीबाई पटेल है जिसकी शादी कोंडागांव जिले के विश्रामपुरी थाने के ग्राम पालना में हुई हैं। पहली पत्नी की मौत के बाद उसके भाई की दूसरी शादी की कुमारी बाई से हुई है। कुमारी बाई की तीन संतान सुनील कुमार, अंजू और सुनीता है। कुमारी बाई और उसके तीनों संतानों ने ईसाई धर्म अपना लिया है जिसके चलते उनका भाई बजरुराम शराब पीता था व शराब के नशे में ईसा मसीहा को कुछ न कुछ बोलते रहता था। जिससे उसकी पत्नी और बच्चे नाराज रहते थे। उसका भाई पूर्णतया स्वस्थ था उसे हार्टअटैक नहीं आ सकता। 7 जून को भाई के मरने की खबर उसके बेटे सुनील ने दी और बताया कि हार्टअटैक से पिता की मौत हो गई है। उनके द्वारा ईसाई धर्म अपनाने के चलते गांव वालों के द्वारा पिता के शव को दफनाने नहीं दिया गया जिसके चलते उनके धर्म के साथियों ने पहुंचकर शव को अपने साथ ले गए हैं और कांकेर स्थित इमली पारा में शव को दफनाया हैं।
मृतक की बेटी व भाइयों ने बताया कि हम लोग रविवार 11 जून को कोरर थाना गए थे तो वहां पुलिसकर्मियों ने कहा कि टीआई साहब छुट्टी में गए हैं 2 दिन बाद आना तब हम 13 जून को पहुंचे तो कहा गया कि टीआई साहब नहीं आए हैं कल आना। और जब हम लोग 14 जून को पहुंचे तो कहा कि थाने में पार्टी चल रही है तुम लोग कल आना कांकेर कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाना। जब हम लोग कांकेर थाना पहुंचे तो वहां के पुलिसकर्मियों ने बताया कि हमें कोरर थाने में रिपोर्ट लिखानी पड़ेगी। बार-बार घुमाए जाने से आजिज आकर पीड़ित पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचे पर पुलिस अधीक्षक के दफ्तर में ना रहने पर उन्होंने एडिशनल एसपी अविनाश सिंह ठाकुर से मिलकर पूरे मामले की जानकारी दी। एडिशनल एसपी अविनाश ठाकुर के निर्देश पर कोरर थाने में मर्ग कायम हो सका।
जानकी पटेल ने इसकी शिकायत काेरम थाने में करते हुए बताया कि उसके सौतेले भाई सुनील पटेल ने उसके पिता की हत्या 7 जून को कर दी है,जिसके बाद शव को दफना दिया है। जब वह अपने पिता के मौत की जानकारी मिलने पर गांव आ रही थी तो कांकेर से ही दबाव बनाकर सुनील पटेल उसे वापस भेज रहा था वह अपने पिता के अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाई। गांव के सरपंच छन्नू राम सलाम के अनुसार जानकीबाई पटेल की शिकायत पर गांव में इस मामले में पंचायत बुलाई गई थी जिसमें गांव वालों के द्वारा दबाव बनाते हुए सुनील पटेल से पूछा गया कि तुम्हें अपनी बहन को अपने पिता के अंतिम दर्शन करवाने थे और कांकेर से वापस नहीं भेजना था। बहन ने भी पिता के साथ किसी अनहोनी की आशंका व्यक्त की जिस पर सुनील पटेल ने कबूल करते हुए बताया कि पिता की पिटाई कर हत्या कर दिया हूं जो करना है करो।
पूरा मामला एडिशनल एसपी अविनाश ठाकुर ने एसपी दिव्यांग पटेल के संज्ञान में लाया तब एसपी ने एडिशनल एसपी अविनाश ठाकुर व एसडीओपी मोहसिन खान को निर्देश दिए कि विधिवत अनुमति लेकर कब्र खोदकर शव को निकलवा कर उसका पोस्टमार्टम करवाकर जांच करवाई जाए। जिसके बाद एसडीएम मनीष साहू के न्यायालय से विधिवत अनुमति लेकर आज 17 जून को कांकेर के इमलीपारा स्थित कब्रिस्तान से शव को निकाला गया वह उसके पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस के अनुसार शव के पोस्टमार्टम से मौत की असली वजह पता चलेगी। गवाहों एवं साक्ष्यों के कथन लेने के पश्चात 32 वर्षीय सुनील पटेल निवासी ग्राम मोदे थाना कोरर जिला कांकेर को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने हत्या का अपराध कबूल कर लिया। जिस पर उसे न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।