टीआरपी डेस्क
कर्नाटक। विधानसभा चुनाव के लिए कल यानी 10 मई को कर्नाटक में मतदान किया जाएगा। इसके लिए चुनाव आयोग ने खास तैयारी की है। यहां कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के लिए परीक्षा की घड़ी है। दोनों ही दलों के लिए शिगगांव, कनकपुरा, चन्नापटना और शिकारीपुरा में कांटे की टक्कर
है। अब हर किसी को कल यानी बुधवार 10 मई को मतदान (Voting) का इंतजार है।
कर्नाटक विधानसभा के चुनाव (Election) के लिए प्रचार अभियान कल सोमवार यानी 8 मई को थम गया था। लोकसभा चुनावों से पहले कर्नाटक (Karnataka) का चुनाव कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है। कर्नाटक में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) को कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (JDS) ने टक्कर देने के लिए खूब मेहनत की। वहीं, इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Election) का सेमीफाइनल भी माना जा रहा है।
कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीटें हैं। इन 224 विधानसभा सीटों में से 36 अनुसूचित जाति और 15 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। इसके लिए कल यानी 10 मई को वोटिंग होगी और नतीजे 13 मई को सामने आएंगे। यहां कुल 5.21 करोड़ मतदाता हैं। जिनमें 2.59 महिला और 2.62 करोड़ पुरुष मतदाता हैं। वहीं, 16,976 मतदाता 100 से अधिक आयु के हैं। इसके साथ ही 4,699 ट्रांसजेंडर हैं और 9.17 लाख पहली बार के वोट करेंगे। चुनाव आयोग कमजोर आदिवासी समूहों और ट्रांसजेंडरों के लिए विशेष बूथ स्थापित करेगा।
कर्नाटक में वोटिंग के लिए कुल 58,282 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 28,866 शहरी क्षेत्रों में आते हैं। चुनाव आयोग ने संवेदनशील बूथों की पहचान कर विशेष व्यवस्था की है। इसके साथ ही पहली बार चुनाव आयोग ने 80 वर्ष से ज्यादा और विकलांग लोगों के लिए घर से मतदान करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई है।