टीआरपी डेस्क
रायपुर छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा बीते 352 दिनों से गांधीवादी सत्याग्रह के रूप में आंदोलनरत है। मोर्चा के अध्यक्ष अनिल दुबे ने प्रेस वार्ता में बताया कि किसानों का यह आंदोलन महासमुंद अंतर्गत आदिवासियों, किसानों और शासकीय भूमि में लगने वाले उद्योगों के खिलाफ है। इन लोगों की जमीन में लगने वाले करणी कृपा स्टील पॉवर प्लांट का विरोध लम्बे समय से चल रहा है।
अनिल दुबे के मुताबिक छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के आंदोलन को कमज़ोर करने के लिए पुलिस-प्रशासन द्वारा झूठा केस दर्ज कर गलत तरीके से गिरफ़्तारी की गई है। उन्होंने आरोप कि महासमुंद एसपी और उनके मातहत अधिकारी उन्हें वार्ता के नाम से आमंत्रित किये और बहुत देर तक घूमते रहे फिर धरा 151 के तहत केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया। जानबूझकर जमानत आवेदन फिर कागज़ात के नाम से लेटलतीफ कर आंदोलन को कमज़ोर करने की नियत से रोके रखा।
मोर्चा अध्यक्ष अनिल दुबे के मुताबिक गिरफ़्तारी के पूर्व कड़ा, चेन, रुद्राक्ष माला, घडी, मोबाइल, क्रेडिट कार्ड एवं दो अन्य कार्ड के अलावा 8340 रूपये भी जब्त किये। जब्त सामान रिहाई के वक्त दिए गए पर नकदी राशि नहीं दी। आंदोलन को रोकने के लिए और झूठे प्रकरण के अलावा परेशां करने से नाराज़ मोर्चा अध्यक्ष माननीय उच्च न्यायलय बिलासपुर का दरवाज़ा खटखटाएंगे। श्री दुबे ने बताया कि पहले से ही हाईकोर्ट में मोर्चा का यह प्रकरण चल रहा है ऐसे में पुलिस की उक्त कार्रवाई पूर्णतः उद्योगपति और प्लांट संचालकों को लाभ पहुँचाने वाली प्रतीत होती है।
थाना प्रभारी थाना-तुमगांव(छ्.ग.) को मोर्चा की तरफ से शिकायत आवेदन दिया गया था। जिसमे 11 फरवरी 2023 को लगभग साढ़े तीन चार बजे अर्ध रात्रि में पांच सात नकाबपोश लोग सत्याग्रह स्थल में पथराव कर भाग खड़े हुए।अर्ध रात्रि के घटना से सत्याग्रही किसान एवं क्षेत्र में अशांति फैलाने के उद्देश्य से करणी कृपा प्रा.लि. के निर्णय चौधरी,विमल खेतान द्वारा षड़यंत्र किया जा रहा है ऐसा चर्चा है। बिहार से हथियार बंद अपराधी लाकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने का षड़यंत्र कर रहे हैं। किसानों की जानमाल के साथ क्षेत्र की शांति व्यवस्था के लिए प्रथम सूचना अग्रेषित कर रहा हूँ।मैं अशोक कश्यप आदिवासी किसान और सामाजिक क्षेत्र में काम कर रहा हूँ तथा करणी कृपा प्रा.लि के काले कारनामा को लेकर माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर किया हूँ। ज्ञात रहे 09 फरवरी 23 को माननीय न्यायालय में प्रशासन और करणी कृपा प्रा.लि.ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से दस्तावेज देने के लिए समय मांगा है 21 फरवरी 23 को न्यायालय में किसान और शोषक कौन सही है साबित होगा। हम संवैधानिक सुरक्षा की मांग करते हैं।