Lok sabha Election/मध्य प्रदेश की सबसे प्रमुख सीटों में से एक इंदौर में भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला किसी उम्मीदवार से नहीं, बल्कि नोटा से है। यहां भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी सबसे बड़ी जीत दर्ज करते नजर आ रहे हैं। इंदौर सीट पर दूसरे नंबर पर नोटा है जिसे 2 लाख से ज्यादा वोट हासिल हुए हैं।
इंदौर लोकसभा सीट चर्चाओं में रही है क्योंकि कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस ले लिया था। भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी यहां बड़ी जीत की तरफ बढ़ रहे हैं। लालवानी को 12 लाख से ज्यादा वोट मिल चुके हैं, वहीं दूसरे नंबर पर नोटा है जिसे 2 लाख 6,224 वोट मिले हैं। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार संजय सोलंकी को 50,000 तो अखिल भारतीय परिवार पार्टी के पवन कुमार को लगभग साढ़े 14 हजार वोट हासिल हुए हैं।
इंदौर लोक सभा सीट पर भाजपा ने शंकर लालवानी को एक बार फिर उम्मीदवार बनाया था। उनके खिलाफ कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को मैदान में उतारा, मगर उन्होंने पर्चा वापस ले लिया और भाजपा में शामिल हो गए। कांग्रेस के उम्मीदवार द्वारा नामांकन वापस लेने के बाद कांग्रेस की ओर से नोटा का प्रचार किया गया था और इसके लिए एक अभियान भी चलाया गया।
राज्य में 29 लोकसभा सीटें है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 28 तो कांग्रेस ने एक स्थान पर जीत दर्ज की थी। इस बार के चुनाव में भाजपा सभी सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। राजनीतिक तौर पर मध्य प्रदेश के लिए आज का बड़ा दिन है। आज कई दिग्गजों के भविष्य का भी फैसला होने वाला है। दो पूर्व मुख्यमंत्री, दो केंद्रीय मंत्री सहित कई दिग्गज चुनाव मैदान में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा से रिकॉर्ड वोटों से जीत रहे हैं। इसके अलावा दिग्विजय सिंह राजगढ़ से, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना से और फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला से चुनाव मैदान में हैं।
वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा खजुराहो से चुनाव लड़ रहे हैं।