विशेष संवादाता
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिजली की नई दर तय करने के लिए छग राज्य विद्युत नियामक आयोग ने फरवरी में जनसुनवाई पूरी कर ली है। जनसुनवाई में कृषि, घरेलू, गैर घरेलू, उच्च दाब, निम्न दाब, नगर निगम और निकाय ट्रेड यूनियन वर्ग के उपभोक्ताओं ने 17 आपत्ति दर्ज कराई है। आयोग ने इन आपत्तियों को रेकॉर्ड में लेकर नई दर तय करने का निर्णय लिया है। नई दर मार्च के आखिरी हफ्ते में फाइनल करके सार्वजनिक कर 1 अप्रैल से लागू हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक ज्यादातर में बिजली की दरें नहीं बढ़ाने की मांग की गई है।
आयोग के अधिकारियों ने बताया कि 21 और 22 फरवरी को जनसुनवाई में स्टील उद्योग ने वर्तमान दर में बिजली उपलब्ध कराने की बात कही है। वहीं घरेलू उपभोक्ताओं ने नियामक आयोग के अधिकारियों ने बिजली दर ना बढा़ने की अपील की है। इसके अलावा यूनियन के लोगों ने बिजली दर ना बढा़ने पर जोर दिया था।
आयोग के सूत्रों के अनुसार पावर कंपनी के अधिकारियों ने नियामक आयोग को प्रपोजल भेजकर बिजली दर बढ़ाने की मांग की है। पावर कंपनी के अधिकारियों के अनुसार इस वित्तिय वर्ष में नुकसान नहीं हुआ, लेकिन पूर्व सालों की भरपाई अभी तक नहीं हो पाई है। पूर्व सालों का नुकसान रिकवर हो सके, इसलिए दर वृद्धि करने की मांग पाॅवर कंपनी ने आयोग के अधिकारियों से की थी।
जनसुनवाई में अलग-अलग वर्ग से 17 आपत्तियां आई है। इन आपत्तियों को ध्यान में रखकर नई दर तय की जाएंगी। नई दर मार्च के आखिरी हफ्ते में सार्वजनिक कर दिया जाएगा। 1 अप्रैल से नई दर लागू होगी।
हेमंत वर्मा, अध्यक्ष छग राज्य विद्युत नियामक आयोग