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Papmochani Ekadashi: पापमोचनी एकादशी के दिन क्या करें और क्या न करें?

Papmochani Ekadashi, Papmochani Ekadashi ke Din Kya Karna Chahiye: चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पापमोचनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि हर महीने में पड़ने वाली एकादशी पर भगवान श्री विष्णु की विधि-विधान से पूजा एवं व्रत करने पर श्री हरि की कृपा बरसती है.

साल के पहले मास में पड़ने वाली एकादशी पर पापों से मुक्ति और पुण्य पाने के लिए लोग इस व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ रखते हैं. इस एकादशी व्रत का पुण्य पाने के लिए कुछ जरूरी नियम शास्त्रों में बताए गए हैं.

पापमोचनी एकादशी पर व्रत और दान के साथ ही भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. इस एकादशी का व्रत करने से तमाम परेशानियां और जाने-अनजाने में किए गए पापों से भी छुटकारा मिलता है. इस व्रत के दौरान कुछ बातों का खास ध्यान रखा जाता है. आइए जानते हैं पापमोचिनी एकादशी व्रत करने से पहले उन नियमों के बारे में जिनकी अनदेखी करने पर अक्सर यह व्रत टूट जाता है.Papmochani Ekadashi

पापमोचनी एकादशी के दिन क्या करें? (What to do on Papmochani Ekadashi)Papmochani Ekadashi

  1. एकादशी व्रत के दिन दान-दक्षिणा का बहुत महत्व होता है. ऐसी मान्यता है कि एकादशी का व्रत तब तक अधूरा माना जाता है जबतक आप किसी जरूरतमंद को दान-दक्षिणा नहीं देते. इसलिए इस दिन दान जरूर करें.
  2. इस दिन सुबह जल्दी उठकर नहाएं और नहाने के बाद तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं. दिनभर कुछ नहीं खाना चाहिए. अगर संभव न हो सके तो फलाहार कर सकते हैं.
  3. दिन में मिट्टी के बर्तन में पानी भरकर दान करना चाहिए और किसी मंदिर में भोजन या अन्न का दान करना चाहिए. सुबह-शाम तुलसी के पास घी का दीपक जलाना चाहिए और तुलसी की परिक्रमा करनी चाहिए.
  4. शाम को भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए. ऐसे में पापमोचिनी एकादशी के दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करें. इससे भगवान आप पर जल्द प्रसन्न होते हैं और आपको शुभ फल प्राप्त होते हैं.

पापमोचनी एकादशी के दिन क्या न करें? (What not to do on Papmochani Ekadashi)

  1. धार्मिक मान्यता के अनुसार एकादशी के दिन चावल एवं किसी भी तरह का तामसिक खाना नहीं करना चाहिए. इस नियम की अनदेखी करते ही व्रत टूट जाता है. इसलिए इस दिन चावल खाने से बचें.
  2. एकादशी के दिन भगवान काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए. हिंदू मान्यता के अनुसार एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इसलिए इस दिन पीले रंग के कपड़े पहने.
  3. पापमोचनी एकादशी के दिन भूल से भी तुलसी की पत्तियों को नहीं तोड़ना चाहिए. पूजा में चढ़ाने के लिए एक दिन पहले ही तोड़ कर रख लें. ऐसी मान्यता है कि इस दिन किसी भी पेड़-पौधे को नहीं तोड़ना चाहिए.
  4. एकादशी के दिन व्यक्ति को बाल, नाखून आदि भी नहीं कटवाना चाहिए. कहा जाता है ऐसा करने से आपके घर में कंगाली आती है और दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है.
  5. एकादशी व्रत रखने वाले व्यक्ति को भूल से भी किसी दूसरे के द्वारा दिया गया अन्न दान में नहीं लेना चाहिए और न ही खाना चाहिए.
  6. इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए. गुस्सा न करें. घर में किसी भी तरह का वाद-विवाद या क्लेश करने से बचना चाहिए.Papmochani Ekadashi

पापमोचनी एकादशी व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए? (What to eat on Papmochani Ekadashi)

पद्म, स्कंद और विष्णु धर्मोत्तर पुराण के अनुसार इस एकादशी व्रत में अन्न नहीं खाना चाहिए. इस व्रत में उपवास करने का विधान बताया गया है, जिसमें सिर्फ फलाहार किया जा सकता है.

इसके अलावा पापमोचनी एकादशी के दिन गंध युक्त चीजों को खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर और मन की अशुद्धता को बढ़ाता है, इसलिए इस दिन लहसुन और प्याज नहीं खाना चाहिए.

इस दिन लहसुन, प्याज की तरह ही मसूर की दाल, गाजर, शलजम, गोभी, पालक आदि चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि इस एकादशी के दिन चावल खाने से परहेज करना चाहिए.

पापमोचनी एकादशी व्रत में क्या खाना चाहिए? (What not to eat on Papmochani Ekadashi vrat)

अगर व्यक्ति की सेहत ठीक नहीं है तो वह फलाहार या जलीय व्रत रख सकते हैं. निर्जला उपवास रखने से पहले दशमी तिथि के दिन सात्विक खाना ही खाना चाहिए और एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु की उपासना विधि-विधान से करनी चाहिए.

पापमोचनी एकादशी व्रत में फल, चीनी, कुट्टू, आलू, साबूदाना, शकरकंद, जैतून, नारियल, दूध, बादाम, अदरक, काली मिर्च, सेंधा नमक आदि का सेवन किया जा सकता है.Papmochani Ekadashi

पापमोचनी एकादशी का व्रत कैसे करें? (How to do Papmochani Ekadashi Vrat)

शास्त्रों के अनुसार पापमोचिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की पूजा की जाती है. इस एकादशी का व्रत कर रहे व्रती को एक बार दशमी तिथि को सात्विक खाना खाना चाहिए. स्नान करने के बाद साफ और हल्के रंग के कपड़े पहनें और फिर मन में व्रत का संकल्प लें.

पापमोचनी एकादशी व्रत का पारण कितने बजे है? (Papmochani Ekadashi Paran Time)

पापमोचिनी एकादशी का पारण 6 अप्रैल को किया जाएगा. इस साल पापमोचिनी एकादशी व्रत का पारण समय 6 अप्रैल की सुबह 6 बजकर 5 मिनट से लेकर 8 बजकर 37 मिनट तक है.Papmochani Ekadashi

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