टीआरपी डेस्क
पटवारी कार्यालय से दुर्ग एसडीएम ने पांच लाख 26 हजार 305 रुपये की जब्ती बनाई है। एसडीएम कार्यालय में छापा मारने पहुंचे तब पटवारी शत्रुघ्न मिश्रा एक बैग में उक्त रकम को रखा हुआ था। एसडीएम के पूछने पर पटवारी ने उक्त रकम को कभी आपरेटर तो कभी तहसीलदार का होना बताया। कड़ाई से पूछताछ पर पटवारी रकम कहां से मिली इसका जवाब नहीं दिया। मामले में रकम जब्त कर पुलिस के सुपुर्दगी में दे दी गई है और पटवारी को निलंबित कर दिया गया है। मामले की विभागीय जांच के निर्देश भी दिए गए हैं।
एसडीएम लक्ष्मण तिवारी ने बताया कि कोहका के पटवारी हल्का नंबर 45 में पदस्थ पटवारी शत्रुघ्न मिश्रा के खिलाफ लिखित शिकायत मिली थी। शिकायत पर एसडीएम लक्ष्मण तिवारी गुरुवार शाम जांच के लिए पटवारी कार्यालय में छापा मारा। इस दौरान पटवारी अपने कक्ष में मौजूद था। जांच के दौरान एसडीएम की नजर एक काले रंग की बैग पर पड़ी।
जिसे खुलवाने पर उसमें पांच लाख 26 हजार रुपये नगद रकम होना पाया गया। एसडीएम ने रकम कहां से आई इस संबंध में पटवारी से पूछताछ शुरू की। पटवारी उक्त रकम कभी आपरेटर का तो कभी तहसीलदार का होना बता रहा था। एसडीएम की फटकार लगाई तो पटवारी रकम के स्त्रोत के संबंध में जवाब नहीं दिया।
इस पर एसडीएम ने पुलिस को बुलाया और बैग सहित रकम की जब्ती बनाई। एसडीएम ने बताया कि पटवारी को निलंबित कर विभागीय जांच की जा रही है। पटवारी शत्रुघ्न मिश्रा यहां तीन साल से पदस्थ है। एसडीएम ने बताया कि कुछ महीने पहले उसका तबादला हुआ था लेकिन उसने हाईकोर्ट से स्टे ले आया है।
शत्रुघ्न मिश्रा के खिलाफ किस तरह की शिकायत मिली है इस संबंध में एसडीएम ने कहा कि विभागीय जांच के दौरान सारी शिकायतें सामने आ जाएंगी। उन्होंने बताया कि जिले के पांच और पटवारियों के खिलाफ शिकायत मिली है। जिसकी आने वाले दिनों में जांच की जाएगी।