NPG DESK
PIB Advisory:; सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने महिलाओं व बच्चों समेत बुजुर्गों के खिलाफ घटित अपराधों की और हिंसा व घायलों की रिपोर्टिंग के तरीकों को संज्ञान लिया है। हिंसा के वीडियो व शवों व घायल व्यक्तियों के विभत्स तस्वीरों व वीडियो को बिना धुंधला किए प्रसारित करने पर पीआईबी ने एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय ने कहा कि टीवी चैनल्स ने व्यक्तियों के शवों और चारो ओर खून के छीटें, घायल व्यक्तियों के चित्र व वीडियो दिखाए हैं, साथ ही महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों सहित लोगों के साथ बेरहमी पूर्वक मारपीट के वीडियो बिना धुंधला किये लंबे समय तक बार बाBर रीटेक करके दिखाए जाते हैं। जिससे लोगो की निजता का हनन तो होता ही है। साथ ही ऐसी खबरों का बच्चों पर विपरीत मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है।
सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने ऐसी रिपोर्टिंग के बारे में आज एडवाजरी जारी कर इस तरह की रिपोर्टिंग के प्रभाव पर प्रकाश डाला है। इनमे हाल ही में प्रसारित छतीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर समेत देश भर के करीबन दर्जन भर मामलों का उल्लेख सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने किया है। जो नीचे क्रमवार उल्लेखित है।
ऐसी हाल ही में प्रसारित सामग्री के उदाहरणों की सूची नीचे दी गई है:
1. 30 दिसंबर.2022 दुर्घटना में घायल हुए क्रिकेटर की दर्दनाक तस्वीरें और वीडियो बिना धुंधला किए दिखाना।
2. 28 अगस्त.2022 एक पीड़ित के शव को घसीटते हुए एक आदमी का परेशान करने वाला फुटेज दिखा रहा है और चारों ओर खून के छींटे पीड़ित के चेहरे पर केंद्रित कर रहा है।
3. 06 जुलाई 2022 एक दर्दनाक घटना के बारे में जिसमें एक शिक्षक को 5 साल के बच्चे को बेरहमी से तब तक पीटते देखा जा सकता है जब तक कि वह पटना, बिहार में एक कोचिंग क्लासरूम में होश खो बैठा। क्लिप को म्यूट किए बिना चलाया गया था जिसमें दया की भीख मांगते बच्चे की दर्दनाक चीखें सुनी जा सकती हैं और इसे 09 मिनट से अधिक समय तक दिखाया गया था।
4. 04 जून 2022 बिना धुंधला किए एक पंजाबी गायक के मृत शरीर की दर्दनाक छवियों को दिखाना।
5. 25 मई 2022 असम के चिरांग जिले में एक व्यक्ति द्वारा दो नाबालिग लड़कों को डंडे से बेरहमी से पीटने की दिल दहला देने वाली घटना को दिखाया गया है। वीडियो में शख्स को बेरहमी से लड़कों को लाठी से पीटते देखा जा सकता है। क्लिप को बिना ब्लर या म्यूट किए प्ले किया गया था जिसमें लड़कों के दर्द भरे रोने की आवाज साफ सुनाई दे रही थी।
6. 16 मई 2022 जहां कर्नाटक के बागलकोट जिले में एक महिला अधिवक्ता के साथ उसके पड़ोसी ने बेरहमी से मारपीट की, जिसका वीडियो समाचार चैनल में दिखाया जा रहा है।
7. 04 मई 2022 तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले के राजापलायम में एक व्यक्ति को अपनी ही बहन की हत्या करते हुए दिखाया गया है।
8. 01 मई 2022 छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक व्यक्ति को चोरी के आरोप में पेड़ से उल्टा लटका कर पांच लोगों द्वारा बेरहमी से लाठियों व पट्टे से मारा गया। जिसमे पीड़ित व्यक्ति पेड़ पर चढ़ कर बचने का प्रयास भी कर रहा है। इसका वीडियो वायरल हुआ था जिसे मीडिया ने भी प्रकाशित किया था।
9. 12 अप्रैल 2022 एक दुर्घटना के बारे में जिसमें पांच शवों के दर्दनाक दृश्य लगातार बिना धुंधले दिखाए जा रहे हैं।
10. 11अप्रैल 2022 एक ऐसी घटना के बारे में जिसमें केरल के कोल्लम में एक व्यक्ति को अपनी 84 वर्षीय मां पर बेरहमी से हमला करते हुए देखा जा सकता है, लगभग 12 मिनट तक बिना धुंधला किए लगातार अपनी मां को पीटते हुए और बेरहमी से पीटते हुए देखा जा सकता है।
11. 07 अप्रैल 2022 बेंगलुरू में एक बूढ़े व्यक्ति द्वारा अपने बेटे को आग लगाने के बेहद परेशान करने वाले वीडियो के बारे में। बूढ़े व्यक्ति द्वारा माचिस की तीली जलाकर उसे अपने बेटे पर फेंके जाने का फुटेज टीवी चैनल्स ने बार-बार प्रसारित किया था।
12. 22 मार्च 2022 असम के मोरीगांव जिले में एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़के की पिटाई का वीडियो बिना ब्लर या म्यूट किए चलाया जा रहा था जिसमें लड़के को बेरहमी से पीटते हुए और रोते और गिड़गिड़ाते हुए सुना जा सकता था
इस तरह के प्रसारण पर चिंता जताते हुए और इसमें शामिल व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए और बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों सहित टेलीविजन चैनलों के दर्शकों पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को ध्यान में रखते हुए, मंत्रालय ने सभी निजी टेलीविजन चैनलों को सख्ती से सलाह दी है कि वे रिपोर्टिंग में ऐसे तथ्यों का विशेष ख्याल रखें।