टीआरपी डेस्क
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 4 हजार 144 करोड़ रुपये का तीसरा अनुपूरक बजट पेश किया। तीसरे अनुपूरक बजट में पेयजल, सड़क, स्वास्थ्य, सिंचाई, आवास, भूजल संरक्षण, आजीविका, औद्योगिक प्रशिक्षण, कस्टम मिलिंग सहित अतिरिक्त राशि के प्रावधान रखे गए हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा में गुरुवार को अनुपूरक बजट पेश किया गया।
जल जीवन मिशन के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग 24 लाख ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। इन लक्ष्य की पूर्ति के लिए निर्माणाधीन कार्यों के लिये 900 करोड़ का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है।
इससे पहले सदन की कार्यवाही के दौरान अनियमित कर्मचारियों के मुद्दे की गूंज सुनाई दी। मुख्यमंत्री ने नियमितीकरण पर सदन में लिखित में जवाब दिया है। विधायक प्रीतम राम का सवाल था कि अनियमित, संविदा, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने के लिए क्या कोई समिति का गठन किया गया है। अगर हां तो इनके सदस्य कौन-कौन है कब-कब बैठकें हुई और समिति की ओर से क्या अनुशंसा की गई?
भूपेश बघेल ने इस पर लिखित जवाब देकर कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश के अनुसार प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम विभाग के अफसरों की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है । इसमें वित्त विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, आदिम जाति अनुसूचित जाति विकास विभाग जैसे विभागों के सचिव स्तर के अफसर सदस्य हैं। साल 2022 के 16 अगस्त को बैठक की गई और इसमें 5 बिंदुओं पर जानकारी सरकार के सभी विभागों से मांगी गई।
अब अगली कार्रवाई शुक्रवार को शुरू होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने करीब आधे घंटे तक अनुपूरक बजट पेश किया। जब तक वो बजट की जानकारी सदन में रखते रहे भाजपा का हंगामा जारी रहा। भाजपा के विधायकों, अजय चंद्राकर, बृजमोहन अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, धरमलाल कौशिक जोरदार हंगामा करते रहे। कानून व्यवस्था की दुहाई देकर हंगामा करते रहे। कुछ देर बाद एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री एक तरफ अलग-अलग योजना और विभागों में अनुपूरक बजट की जानकारी दे रहे थे, दूसरी तरफ भाजपा के विधायक जय-जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। कुछ ही देर बाद सभी ने हनुमान चालीसा पढ़नी शुरू कर दी। हंगामे के बीच ही अनुपूरक बजट पेश हुआ।