Raipur News रायपुर। छतीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा ने नियमितीकरण की मांग को लेकर आज अर्धनग्न प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर तूता स्थित धरना स्थल में अर्धनग्न प्रदर्शन किया। उसके बाद सभी कर्मचारियों ने अर्धनग्न अवस्था में ही मुख्यमंत्री निवास का सांकेतिक घेराव किया।
आज प्रदेश भर के संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर, श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक व प्लेसमेंट,मानदेय, अंशकालिक, ठेका कंपनी के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों ने छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा के बैनर तले नियमितीकरण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन स्थल तूता में पहुंचे थे। कर्मचारियों की मांग थी कि सभी अनियमित कर्मचारी अधिकारियों को नियमित किया जाए तथा 62 से 65 साल की आयु तक जॉब सुरक्षा दी जाए। साथ ही पिछले वर्षों निकाले गए व छटनी किये गए अनियमित कर्मचारियों को बहाल किया जाए, और छुट्टी करने पर रोक लगाई जाए। इन मांगो को पूरा करने की मांग कर्मचारियों ने किया है। शासकीय सेवाओं में आउटसोर्सिंग, ठेका प्रथा समाप्त करने व कर्मचारियों के समायोजन करने की मांग करते हुए दिवंगत शिक्षाकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग की। नियमितीकरण की मांग को लेकर कर्मचारियों ने तूता स्थित धरना प्रदर्शन में धरना देने के बाद कर्मचारियों ने सीएम हाउस का भी सांकेतिक घेराव किया। जिसके बाद कर्मचारियों ने सरकार के नाम अभनपुर तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञापन में कर्मचारियों ने मांग की है कि संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को तत्काल नियमित किया जाए। इनके साथ ही दैनिक वेतन और कलेक्टर दर पर कार्यरत कर्मचारियों को भी नियमित किया जाए। समतुल्य मानदेय पर कार्यरत कर्मचारियों को नियमित किया जावे। संयुक्त दल के अस्थाई श्रमिकों को तत्काल स्थाई कर्मी बनाया जावे। न्यूनतम मानदेय पर कार्यरत कर्मचारियों को पद हेतु निर्धारित न्यूनतम वेतन दिया जावे। विगत वर्षों में निकाले गए व छटनी किए गए अनियमित कर्मचारियों को तत्काल नियमित किया जाए। अंशकालीन कर्मचारियों को पूर्णकालिक किया जाए। तथा स्कूल, कॉलेज, पॉलिटेक्निक, व्याख्याता एवं कर्मचारियों को पूर्ण कालीन किया जावे। जिन संस्थानों में कुछ माह के लिए कार्य लिया जाता है वहां वर्ष भर कार्य लिया जावे। आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों को विभाग में समायोजित करते हुए एक नियत अवधि के भीतर नियमितीकरण किया जावे। तथा दिवंगत शिक्षाकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जावे।