विशेष संवादाता, रायपुर
मोदी सरकार स्थानों और स्मारकों के नाम बदलने के लिए जानी जाती है। जैसे मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान, इलाहाबाद का नाम प्रयागराज, फैजाबाद का नाम अयोध्या और मुगलसराय का नाम दीन दयाल उपाध्याय कर दिया है। ऐसे में इस नए संसद भवन का नाम डॉ. भीमराव आम्बेडकर के नाम पर रखने की पुरजोर मांग उठने लगी है।
दिल्ली के कॉस्टीट्यूशन क्लब में बुधवार को एक सर्वदलीय गोलमेज सम्मेलन में इसकी मांग उठाई गई। इसका आयोजन कांग्रेस नेता उदित राज ने किया था। इसमें छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी कुमारी सेलजा, भक्तचरण दास, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी जैसे नेताओं के साथ जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी भी शामिल हुए थे। केंद्र सरकार के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बने नये संसद भवन का नामकरण डॉ. भीमराव आम्बेडकर के नाम पर करने की मुहिम शुरू हुई है।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा, डॉ. आम्बेडकर एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक विचारधारा हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब केवल एक समाज की ही आवाज हैं। ये सोच उन लोगों द्वारा बोई गई है जो नहीं चाहते कि बाबा साहब की समाज सुधार और सामाजिक समानता की विचारधारा जन जन तक पहुंचे। हम सभी को सुनिश्चित करना होगा कि बाबा साहब का नाम, काम, आचार- विचार और विजन समाज के हर जाति और हर वर्ग तक पहुंचे।