School Close 2024: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में लगातार दूसरे दिन भी मूसलाधार बारिश (Telangana-Andhra Pradesh Rain) हुई, इस वजह आंध्र प्रदेश में रविवार, 1 सितंबर के शाम तक बारिश की वजह से 15 और तेलंगाना में 9 लोगों की मौत की खबर है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी से बात की है.
School Close 2024।केंद्र सरकार ने दोनों राज्यों से बारिश और बाढ़ से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बाढ़ राहत और बचाव कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 26 टीमें तैनात की जा रही हैं. अधिकारियों के मुताबिक दोनों राज्यों में 12 टीमें पहले से ही तैनात हैं. इसके अलावा 14 टीमों को वहां भेजा गया है. ये टीम देशभर के अलग-अलग जगहों से वहां पहुंच रहे हैं. एनडीआरएफ अधिकारियों के मुताबिक दोनों पड़ोसी राज्यों में तैनात बचाव टीमें अलग-अलग उपकरणों से लैस हैं.
दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश (Telangana-Andhra Pradesh Rain) और कई जगहों पर पटरियों पर जलभराव होने की वजह से 99 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और चार ट्रेनें आंशिक तौर पर रद्द कर दी गईं है. जबकि 54 ट्रेनों का रूट बदल दिया गया है. दोनों राज्यों में नदियां उफान पर हैं और राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा मोचन बलों ने हजारों लोगों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया है.
तेलंगाना के राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि समय पर उठाए गए एहतियाती कदमों से जान-माल की क्षति कम हुई है. उन्होंने कहा कि इन उपायों के बावजूद राज्य के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग वर्षा जनित घटनाओं में नौ लोगों की जान चली गई. महबूबाबाद और खम्मम जिलों में तीन लोगों के बह जाने की भी आशंका है. मंत्री ने कहा कि सूर्यपेट, भद्राद्री कोठागुडेम, महबूबाबाद और खम्मम जैसे अन्य जिलों में अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित कई गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.
तेलांगना सीएम की आपात बैठक
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी हैदराबाद के एकीकृत कमान नियंत्रण केंद्र में सोमवार, 2 सितंबर सुबह 10:30 बजे अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और अधिकारियों के साथ बारिश / बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करेंगे.
हैदराबाद में भी भारी बारिश हुई और रात भर जारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया. अधिकारियों ने बताया कि हैदराबाद जिले में और अधिक भारी बारिश की वजह से 2 सितंबर को सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है.
जिलाधिकारियों को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार 2 सितंबर को शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित करने को कहा गया है. मौसम विभाग ने रविवार को दो सितंबर की सुबह साढ़े आठ बजे तक तेलंगाना के आदिलाबाद, निजामाबाद, राजन्ना सिरसिला, यादाद्री भुवनगिरी, विकाराबाद, संगारेड्डी, कामारेड्डी और महबूबनगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है. इस पूर्वानुमान के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है.
आंध्र प्रदेश में भी कई स्थानों में बारिश होने की आशंका है तथा कुछ स्थानों पर भारी वर्षा भी हो सकती है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि श्रीकाकुलम, विजयनगरम, पार्वतीपुरम मन्यम, अल्लूरी सीताराम राजू, काकीनाडा और नांदयाल जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है.
आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक आर. कुरमंध ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क करते हुए कहा कि कृष्णा नदी के उफान पर होने के कारण विजयवाड़ा में प्रकाशम बैराज पर प्रथम स्तर की चेतावनी जारी की गई है, इसके चलते भारी जल प्रवाह हो रहा है.
सीएम चंद्रबाबू नायडू ने जनता को किया संबोधित
ताडेपल्ली में आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि राज्य में भारी बारिश हुई है. नायडू ने कहा, ‘भारी बारिश के कारण, विजयवाड़ा और गुंटूर शहर पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. काजा में विजयवाड़ा-गुंटूर राष्ट्रीय राजमार्ग और जग्गैयापेटा में विजयवाड़ा-हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से जलमग्न हैं.’
मुख्यमंत्री के मुताबिक, जग्गैयापेटा में 24 घंटे में 26 सेंटीमीटर बारिश हुई, जबकि 14 मंडलों में 20 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई. शहर के राजराजेश्वरी पेटा में लोगों को जलमग्न सड़क पर छाती तक गहरे पानी से होकर गुजरते देखा गया. उन्होंने कहा कि 14 जिलों में 94 अन्य स्थानों पर सात से 12 सेंटीमीटर के बीच बारिश हुई है.
मुख्यमंत्री के अनुसार, बाढ़ का पानी जिसे कोल्लेरू झील की ओर मोड़ना था लेकिन वह विजयवाड़ा की ओर मुड़ रहा था और इसके परिणामस्वरूप शहर में बाढ़ आ गई. नायडू ने बारिश की समस्या से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में कहा, ‘हम प्रकाशम बैराज के निचले इलाकों में रेत की बोरियों और अन्य साधनों से सुरक्षा बढ़ा रहे हैं तथा जिलाधिकारियों को भी सतर्क कर दिया है.’